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बंदिनी में कैदी के रूप में नूतन का वो अभिनय आज भी है यादगार...

बंदिनी फिल्म में अपने बेहतरीन अभिनय की छाप छोड़ने वाली नूतन का जन्म 4 जून 1936 को मद्रास (अब चेन्नई) में हुआ था. आइए भारतीय सिनेमा में 50 के दशक की सबसे सफल अभिनेत्रियों में से एक नूतन से जुड़ी कुछ बातों पर चर्चा करें...

नूतन (फाइल फोटो) नूतन (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 जून 2019,
  • अपडेटेड 7:39 AM IST

बंदिनी फिल्म में अपने बेहतरीन अभिनय की छाप छोड़ने वाली नूतन का आज के ही दिन जन्म हुआ था. चार दशक तक ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाली  सुपरहिट हीरोइन नूतन किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. भारतीय सिनेमा में 50 के दशक की सबसे सफल अभिनेत्रियों की फेहरिस्त में नूतन का नाम भी शुमार था. उनका जन्म 4 जून 1936 को मुंबई में हुआ था. आइए उनके जीवन के कुछ खास बातों पर चर्चा करें...

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नूतन ने 14 की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्ट‍िस्ट हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था. उनका फैमिली बैकग्राउंड फिल्मों से जुड़ा था. उनके पिता कुमारसेन सामर्थ एक फिल्म निर्देशक थे और मां शोभना सामर्थ फिल्म एक्ट्रेस थीं. उनकी बहन तनुजा भी सफल अभिनेत्री रही हैं.

1963 में फिल्म बंदिनी में नूतन के युवा कैदी की भूमिका आज भी मशहूर है. इस फिल्म में उनका अभिनय यादगार था. धमेंद्र और अशोक कुमार जैसे सितारों से सजी इस फिल्म को नूतन की वजह से पहचान मिली, कहना अतिश्योक्त‍ि नहीं होगी. इसके अलावा उन्होंने सुजाता, मिलन, मैं तुलसी तेरे आंगन की, सोनू की चिड़िया, सरस्वतीचंद्र आदि फिल्मों में काम किया है.

फिल्मों में नूतन और देव आनंद की जोड़ी दर्शकों की चहेती जोड़ी रही है. उन्होंने साथ में पेइंग गेस्ट, बारिश, मंजिल, तेरे घर के सामने फिल्में की हैं. उनकी आखिरी फिल्म 1989 में कानून अपना अपना थी.

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उनकी शादी लेफ्ट‍िनेंट कमांडर रजनीश बहल के साथ 1959 में हुई. शादी के बाद उन्होंने फिल्मों को अलविदा की दिया था. लेकिन बेटे मोहनीश बहल के जन्म के बाद जब उन्हें अच्छे रोल्स ऑफर किए गए, तब उन्होंने वापस फिल्मों में आने का फैसला किया. नूतन का निधन सन् 1991 में महज 54 साल की उम्र में हो गया. उनके मौत की वजह कैंसर बताई जाती है.

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