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'पद्मावत' पर विरोध की आग हुई तेज, राजपूत महिलाओं ने दी जौहर की धमकी

फिल्‍ममेकर संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' के रिलीज पर सेंसर की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद भी विरोध जारी है.

'पद्मावत' 'पद्मावत'
ऋचा मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 14 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 12:34 PM IST

फिल्‍ममेकर संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' के रिलीज पर सेंसर की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद भी विरोध जारी है. इस फिल्म पर रोक लगाने के लिए अब महिलाओं ने जौहर करने की चेतावनी दी है. इन महिलाओं ने चित्तौड़गढ़ किले के उसी स्थान पर जौहर की धमकी दी है, जहां रानी पद्मिनी ने रानियों और दासियों के साथ जौहर किया था.

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सर्व समाज की बैठक में महिलाएं हुईं शामिल

शनिवार को चित्तौड़गढ़ में सर्व समाज की बैठक में क्षेत्रीय समाज की महिलाएं काफी संख्या में शामिल हुर्इं. सूत्रों के मुताबिक जौहर स्मृति संस्थान के जनरल सेक्रेटरी कण सिंह ने कहा कि मूवी की रिलीज पर रोक नहीं लगी तो इससे जुड़े सभी लोगों को फांसी पर चढ़ा देंगे.  

पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से रोक लगाने की मांग

बैठक में तय किया गया कि 17 जनवरी से राजमार्ग जाम करने के साथ ही रेल यातायात भी अवरूद्ध किया जाएगा. सर्व समाज का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को दिल्ली जाकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेगा. राजनाथ सिंह से देशभर में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक की मांग की जाएगी.

करणी सेना के प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बोर्ड का अध्यक्ष 16 जनवरी को पीएम मोदी से मिलेगा. हम उनसे भी फिल्म पर रोक लगाने की मांग करेंगे.  इन सभी विरोधों के बावजूद फिल्म की रिलीज पर रोक नहीं लगेगी तो महिलाएं उसी जगह जौहर करेंगी, जहां रानी पद्मिनी ने किया था.

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श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने बताया कि करणी सेना ने पहले 25 और 26 जनवरी को भारत बंद की योजना बनाई थी, लेकिन इस दिन गणतंत्र दिवस होने के कारण अब स्‍थगित कर दी गई है. अब आंदोलन 17 जनवरी से ही शुरू होगा.

कई राज्यों में फिल्म पर लगा बैन

गुजरात में विजय रूपाणी ने भी फिल्म रिलीज की अनुमति नहीं दी है. उन्होंने कहा, गुजरात में चुनाव से पहले ही 'पद्मावत' पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसे अभी भी बरकरार रखा गया है. गुजरात में फिल्म रिलीज नहीं होगी.

राजस्थान में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत की रिलीज पर वसुंधरा राजे सरकार ने बैन लगा दिया है. भंसाली की यह फिल्म इसी महीने 25 जनवरी को रिलीज हो सकती है. इस बीच तीन और राज्यों में पद्मावत को लेकर बैन जैसे विरोध की बातें सामने आ रही हैं. ताजा अपडेट यह है कि मुंबई पुलिस ने भी पद्मावत की रिलीज के खिलाफ आवाज उठाई है.

हिमाचल सरकार ने भी फिल्म के प्रदर्शन से हाथ खींच लिए हैं. सूत्रों की मानें तो सरकार नहीं चाहती कि राज्य में इस फिल्म का प्रदर्शन हो. गोवा में पुलिस ने राज्य सरकार से सिफारिश की है कि पद्मावत रिलीज नहीं की जाए. इसके पीछे गोवा पुलिस का तर्क है, यह सीजन पर्यटकों का है. ऐसे में फिल्म रिलीज होने पर हिंसा या विवाद भड़क सकते हैं. ये राज्य के पर्यटन उद्योग और कानून व्यवस्था के लिए अच्छा नहीं होगा. वहीं मुंबई पुलिस ने 26 जनवरी के मौके पर सिक्योरिटी कारणों के चलते फिल्म की रिलीज को टालने की बात की है.

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विवादों में रही फिल्म पद्मावत पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि फिल्म काफी विवादित रही है औऱ कई तरह के विवाद हमारे संस्कार और संस्कृति से जुड़े हैं, जो चीज किसी को आहत करती है. सरकार उसको समर्थन ज्यादा नहीं देगी.

जयराम ठाकुर ने कहा कि इसके बावजूद मैं खुद एक कला प्रेमी हूं और कला का मैं सम्मान करता हूं. मैं खुद भी स्टूडेंट लाइफ में आर्ट‍िस्ट के रूप में जुड़ा था. जहां किसी की भावनाएं आहत हों, वो चीजें गलत हैं. इसके लिए विचार किया जाएगा.

इस बीच करणी सेना ने दिल्ली में भी पद्मावती को बैन करने की मांग उठाई है. सेना की ओर से कहा गया है कि वो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलकर फिल्म का प्रदर्शन रोकने की मांग करेंगे.

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