
दीपिका पादुकोण की फिल्म पद्मावती को रिलीज करना एक राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है इसमें कोई दो राय नहीं है. देश के कई संगठनों से लेकर अब बड़े नेता भी इस मुद्दे का हिस्सा बन चुके हैं. जहां कई बीजेपी नेता इस फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं वहीं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) फिल्म के सपार्ट में उतरे हैं.
जारी एक बयान में एमएनएस ने कहा है कि फिल्म देखे बिना पद्मावती का विरोध करना सरासर गलत है. फिल्म देखे बिना जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वो गलत हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जल्द ही एमएनएस पार्टी के अधिकारी फिल्म के रिलीज को लेकर उठे मुद्दे को लेकर संजय लीला भंसाली से बात कर सकते हैं.
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इसके अलावा हाल ही में इंडियन फिल्म्स एवं टीवी निर्देशक असोसिएशन ने पद्मावती मुद्दे को लेकर एक मीटिंग रखी गई थी जिसमें सुधिर मिश्रा, राहुल रवैल, अशोक पंडित जैसी फिल्म जगत की हस्तियां शामिल हुईं थीं. पद्मावती के प्रोटेस्ट को लेकर खड़े हुए विवाद को लेकर अशोक पंडित विरोधियों पर बरस पड़े और बोले, हम लोग भी पढ़े लिखें हैं. हम भी अपनी फिल्में पूरा रिसर्च करके बनाते हैं. हमें भी राष्ट्रीयता का पूरा ख्याल है लेकिन हम अपने राष्ट्रीय सम्पति को तोड़फोड़ कर नुकसान नहीं पहुंचाते.' अशोक ने राज्य सरकार से फिल्म की रिलीज में मदद करने का भी आग्रह किया और संजय लीला भंसाली को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग भी की. इस मांग को मानते हुए महाराष्ट्र सरकार ने संजय भंसाली को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई है. फिल्मकार अशोक पंडित ने इस पर कहा है, 'हमारे प्रतिष्ठित सदस्य को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने पर आभार व्यक्त करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं.'
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हर हाल में रिलीज होगी फिल्म दीपिका ने कहा, 'फिल्म की रिलीज बहुत जरूरी है और इसे रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता.' दीपिका ने कहा, 'एक महिला के रूप में मैं इस फिल्म का हिस्सा बनकर और इस कहानी को दुनिया को बताने के लिहाज से बेहद गर्व महसूस कर रही हूं. ये एक ऐसी कहानी है जिसे जरूर बताया जाना चाहिए.' दीपिका ने यह सवाल भी किया, 'हम एक राष्ट्र के रूप में कहां पहुंच गए हैं? ये डरावना है, ये बहुत डरावना है, हम आगे बढ़ने के बदले पीछे जा रहे हैं. हमारी अगर किसी को जवाबदेही है तो वह सिर्फ सेंसर बोर्ड को है और मैं जानती हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि इस फिल्म को रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता. ये सिर्फ पद्मावती से संबंधित नहीं हैं बल्कि हम एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं.'
दीपिका ने कहा- पद्मावती की रिलीज कोई नहीं रोक सकता, हम लड़ रहे हैं बड़ी जंग
बीजेपी MLA ने CM को चिट्ठी लिखी, बैन करने की मांग
उधर, महाराष्ट्र में पद्मावती को बैन करने की मांग की गई है. बीजेपी के विधायक सुजीत सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर राज्य में फिल्म को प्रदर्शित करने से रोकने की मांग की है. देवेन्द्र फडणवीस को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्य के साथ छेड़छाड़ की गई है. ऐसे में फिल्म को प्रदर्शित नहीं करने देना चाहिए. बता दें कि कई बीजेपी के कई मंत्रियों और राज्यों के विधायकों ने पद्मावती का विरोध किया है. इससे पहले फडणवीस के एक मंत्री फिल्म पर आपत्ति जता चुके हैं.
बीजेपी ने भी लिखी थी चिट्ठी
दरअसल, गुजरात के प्रदेश उपाध्यक्ष आईके जडेजा ने सेंसर बोर्ड, केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग से फिल्म की रिलीज का विरोध किया था. जडेजा ने कहा था, गुजरात के 15-16 जिलों के राजपूत समाज ने पार्टी से इस फिल्म को बैन कराए जाने की मांग की थी. बीजेपी ने चुनाव आयोग, केंद्र सरकार और सेंसर बोर्ड को चिट्ठी भी लिखी. कहा कि यह फिल्म क्षत्रीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है. लिहाजा फिल्म को रिलीज से पहले पार्टी के राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाना चाहिए. पार्टी की दलील है कि ऐसा करने से रिलीज के वक्त फिल्म के लिए सहूलियत रहेगी और किसी भी तरह की तनावपूर्ण परिस्थितियों से बचा जा सकेगा.
कई नेता कर चुके हैं फिल्म का विरोध
फिल्म का विरोध सिर्फ बीजेपी ही नहीं कांग्रेस और दूसरे दलों ने भी की है. बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री उमा भारती, अनिल विज और साक्षी महाराज जैसे नेताओं ने इसका विरोध किया है. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और राजपूत नेता शंकर सिंह वाघेला ने भी फिल्म की रिलीज का विरोध किया है. भंसाली के साथ हाथापाई
फिल्म में पद्मावती का रोल दीपिका पादुकोण कर रही हैं. जबकि अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में रणवीर सिंह हैं. करणी सेना फिल्म की शूटिंग के दौरान से ही इसका विरोध कर रही है. राजस्थान में शूटिंग के वक्त तोड़फोड़ की घटना हुई थी. करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ हाथापाई भी की थी.
सफाई दे चुके हैं भंसाली
बता दें कि पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच ड्रीम सीक्वेंस को लेकर विवाद था जिस पर मेकर्स की ओर से सफाई आ चुकी है. भंसाली ने हाल ही में सोशल मीडिया में एक बार फिर कहा कि फिल्म में इस तरह का कोई सीक्वेंस नहीं है. ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी है.