
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अगले हफ्ते रिलीज हो पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमी मौत की गुत्थी को लेकर बनी फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' चर्चा पर है. विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म में एक्ट्रेस पल्लवी जोशी भी अहम भूमिका में नजर आएंगी. विवेक, पल्लवी जोशी के पति हैं. पल्लवी जोशी को नरेंद्र मोदी समर्थक एक्ट्रेस के तौर पर जाना जाता है. पति की तरह ही पल्लवी भी सोशल मीडिया में मोदी का पक्ष लेते नजर आती हैं.
लेकिन मोदी को बेहद पसंद करने वाली पल्लवी जोशी उनके सरकार के एक फैसले से बेहद नाराज भी थीं. उन्होंने इसका जमकर विरोध भी किया था. दरअसल, पल्लवी को FTII के पूर्व चेयरमैन गजेंद्र चौहान की नियुक्ति पर ऐतराज था. उन्होंने खुलकर इसकी आलोचना भी की थी. जिस दौरान गजेंद्र चौहान FTII के चेयरमैन पद पर कार्यरत थे तब पल्लवी जोशी को संस्थान की मेंबर बनने का ऑफर मिला था. लेकिन उन्होंने गजेंद्र चौहान की वजह से ये प्रस्ताव ठुकरा दिया था.
द लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में पल्लवी ने गजेंद्र चौहान से जुड़े चैप्टर पर बातचीत की. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ''जिस शख्स को उन्होंने लीडरशिप के लिए नियुक्त किया था उससे मुझे आपत्ति थी. क्योंकि नेशनल अवॉर्ड विनर रहे जानू बरुआ, संतोष सिवन, विद्या बालन और मैं कमेटी में थे. मुझे छोड़ दो, लेकिन जानू बरुआ और संतोष सिवन के होते हुए गजेंद्र चौहान को वे कैसे चुन सकते थे.''
पल्लवी जोशी ने अपनी नाराजगी के बारे में तब अरुण जेटली को भी बताया था. पल्लवी जोशी का कहना है, ''मैं पीएम मोदी को लीडर के तौर पर पसंद करती हूं और उनकी लीडरशिप से प्रभावित हूं. जब भी उनकी कोई पॉलिसी मुझे समझ आती है तो मैं उसपर बोलती हूं और वीडियो बनाती हूं.'' पॉलिटिक्स में एंट्री के सवाल पर पल्लवी जोशी ने कहा, ''मैं कभी राजनीति में नहीं आऊंगी और ना ही बीजेपी से जुड़ने का प्लान है.''
बात करें फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' की तो इसे 12 अप्रैल को रिलीज किया जाना है. इसकी स्टारकास्ट में मिथुन चक्रवर्ती, नसीरुद्दीन शाह, श्वेता बासु और पंकज त्रिपाठी जैसे नामी सितारे शामिल हैं. मूवी में पल्लवी जोशी इतिहासकार आयशा अली शाह के रोल में नजर आएंगी.
फिल्म बनाने के लिए मेकर्स ने 3 साल तक रिसर्च की थी.