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ब्यूटी कॉन्टेस्ट से बॉलीवुड में बेहतरीन अभिनय तक में अपना सिक्का जमाने के बाद प्रियंका चोपड़ा अब हॉलीवुड जीतने के सफर पर हैं. टीवी शो में पॉपुलैरिटी के साथ अवॉर्ड मिला तो उसके बाद 'बेवॉच' में विलेन का रोल हाथ आ गया. यह फिल्म अगले साल 19 मार्च को रिलीज होने जा रही है.
बता दें कि बॉलीवुड में अपने शुरुआती करियर में प्रियंका साइड और नेगेटिव रोल कर चुकी हैं. उसके बाद से उनकी कामयाबी हम सभी ने देखी है और उम्मीद है कि ऐसा ही सिक्का वह हॉलीवुड में भी जमाएंगी. उनकी इसी सफलता समेत और भी कई मुद्दों पर उन्होंने इंडिया टुडे न्यूज चैनल से बातचीत की. इस दौरान उनसे बॉलीवुड से हॉलीवुड के सफर समेत और भी की कई मुद्दों पर जितनी तेजी से सवाल पूछे गए, वह अपने जवाबों में उतनी ही फुर्तीली, सहज और ईमानदार नजर आईं.
जानें किस मुद्दे पर क्या बोली हमारी देसी गर्ल :
सफलता क्या है
इंसान की पहचान उसकी आखिरी हार और आखिरी जीत से होती है. हम सभी चाहते हैं कि सफलता का सफर कभी खत्म ना हो और मैं भी यही चाहती
हूं.
अगर ऑस्कर मिले तो
तो प्रियंका ने बताया कि उनकी स्पीच कुछ ऐसी होगी- 'मेरी सफलता में सहयोग देने वालों को मैं शु्क्रिया कहती हूं और चाहती हूं कि यह सिलसिला ऐसे ही
चलता रहे. जो लोग कुछ साल पहले तक मेरा नाम नहीं जानते थे, आज उन्हीं के बीच मैं यह ट्रॉफी ले रही हूं. मेरे लिए गर्व की बात है. मैं अपनी टीम को
थैंक्स कहूंगी. और खुश हूं किे पापा कहीं से मुझे देखकर खुश होंगे.'
हॉलीवुड पहुंचने के बाद क्या
अभी तो बहुत पड़ाव पार करने हैं. करने के लिए बहुत कुछ है. दुनिया की आबादी देखें. इसका मतलब यह है कि मेरे पास निभाने के लिए कई बेहतरीन
किरदार हैं.
असहिष्णुता के बारे में
ऐसा कुछ नहीं है. बस इस शब्द को एक चलन बना दिया गया है. जिसे देखो, वह इस पर अपनी राय व्यक्त करता है. लेकिन मेरी राय में यह भारतीय
होने का सही वक्त है और हमें ऐसी तमाम छोटी बातों से उठकर देश को आगे बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए.
शाहरुख को समझाया
मैं किसी को क्यों सलाह दूं. वैसे भी मैं दूसरों के मामले में टांग नहीं अड़ाती.
जिंदगी में पुरुष की जरूरत
मेरे बयान तो पूरी तरह बदल दिया गया था. मैंने कहा था कि आप जिंदगी में पुरुष की जरूरत की बजाय उसकी अहमियत या चाहत रखें.
परिवार शादी के लिए नहीं कहता
मेरा परिवार फेमिनिस्ट है और हम महिला को शादी या बच्चों से सफल नहीं मानते. हम उनके अचीवमेंट्स की बात करते हैं और इससे जुड़ी उनकी मेहनत
और भावनाओं का समझते हैं.
परिणीति ने वजन घटाया
अच्छा है ना. इस दुनिया में एक ही चीज स्थिर है, वह है बदलाव. अगर यह अच्छे के लिए आता है तो बेहतर है. हो सकता है कि दो साल बाद उसे
वजन बढ़ाना अच्छा लगे. यह उसका अपना फैसला है.