
प्रियंका चोपड़ा सफलता के नये आयाम छू रही हैं. आइए नजर डालते हैं उनकी कामयाबी के उस सफर पर जिसकी शुरुआत जमशेदपुर से हुई थी.
1. 18 जुलाई 1982 को जमशेदपुर में पैदा हुई प्रियंका का बचपन अलग अलग शहरों में गुजरा. पिता आर्मी में थे इसलिए किसी भी शहर में वह दो साल से ज्यादा नहीं रहीं. हालांकि बरेली से उनका खास लगाव है और वहीं उन्होंने अपना पहला फोटोशूट भी करवाया था.
2. 16 साल की उम्र में वह अपनी मां के साथ मुंबई आ गईं और 18 साल की उम्र में उन्होंने मिस वर्ल्ड का खिताब जीत लिया. जद्दोजहद यहां खत्म नहीं बल्कि अब शुरू होती है.
पढ़ें- तुम वाकई 'मिस वर्ल्ड' हो प्रियंका...3. 2003 में उन्होंने पहली हिंदी फिल्म 'हीरो' साइन की जिसमें सनी देओल और प्रीति जिंटा मुख्य किरदारों में थे और प्रियंका सेकेंड लीड में दिखी. उनकी खूबसूरती की तो तारीफ हुई लेकिन फिल्म और एक्टिंग दोनो के बारे में कुछ खास नहीं लिखा गया.
4. फिर आई निर्देशक राज कनवर की फिल्म 'अंदाज' इसमें पहली बार प्रियंका ने अक्षय कुमार और लारा दत्ता के साथ काम किया. बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने भी कुछ खास कमाल नहीं दिखाया लेकिन प्रियंका के लिये कहा गया कि उनमें एक बड़ी स्टार बनने की सारी खूबियां हैं.
5. साल 2004 भी प्रियंका के लिये अच्छा साबित नहीं हुआ. इस साल उनकी तीन फिल्में 'प्लान', 'किस्मत' और 'असंभव' रिलीज हुईं, और तीनों ही फिल्में बुरी तरह से पिटी जिसके बाद प्रियंका के करियर पर सवाल उठने शुरू हो गए मगर प्रियंका ने हिम्मत नहीं हारी.
पढ़ें- प्रियंका चोपड़ा की खूबसूरती का राज6. प्रिंयका की एक खास बात है कि वो असफलता से कभी नहीं घबराईं और आखिरकार उन्हें एक बार फिर साइन किया गया डेविड धवन की रोमांटिक कॉमेडी 'मुझ से शादी करोगी' में, सलमान और अक्षय कुमार जैसे बड़े सितारों के बीच प्रियंका ने अपनी पहचान बनाई और नतीजा पहली बड़ी हिट.
7. इसके बाद उन्होंने एक और बड़ा रिस्क उठाया और अब्बास मस्तान की फिल्म 'ऐतराज' में नेगेटिव का रोल किया. अक्षय कुमार और करीना कपूर के बावजूद सबसे ज्यादा तारीफ प्रियंका चोपड़ा ने बटोरी और इस फिल्म के बाद प्रियंका को लोगों ने संजीदगी से लेना शुरू कर दिया.
8. 2005 में प्रियंका ने 5 फिल्में साइन की और पहली दो फिल्में 'ब्लैकमेल' और 'करम', दोनों नहीं चली लेकिन एक बार फिर अक्षय कुमार के साथ उनकी जोड़ी फिल्म 'वक्त - द रेस अगेंस्ट टाइम' हिट रही. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन भी अहम किरदार में थे और फिर कुछ फिल्में अर्जुन रामपाल, अभिषेक बच्चन, अक्षय खन्ना के साथ भी की, जिनका कुछ भी नहीं हुआ. फिर आया साल 2006 जब आई रितिक रोशन के साथ 'कृष' और शाहरुख खान के साथ 'डॉन' जिसमें जीनत अमान वाला किरदार प्रियंका ने निभाया और यहां से सफर शुरू हुआ बॉलीवुड की बड़ी हीरोइन का.
9. 2007 की शुरुआत प्रियंका के लिए बेहद खराब साबित हुई. निखिल अडवानी की 'सलाम-ए-इश्क', हरमन बावेजा के साथ 'लव स्टोरी 2050' और सलमान के साथ 'गॉड तुस्सी ग्रेट हो', तीनों फ्लॉप रहीं. प्रियंका निराश नहीं हुईं और ऑफ बीट फिल्मों की तरफ रुख किया.
पढ़ें- देसी गर्ल की परदेस में छा जाने की दिलचस्प 'कहानी'10. 2008 में मधुर भंडारकर की फिल्म 'फैशन' में मुख्य किरदार निभाया और जीता नेशनल अवॉर्ड और उस साल सारे लोकप्रिय अवॉर्ड प्रियंका को ही मिले.
11. 2010 में उदय चोपड़ा के साथ 'प्यार इम्पॉसिबल', रणबीर कपूर के साथ 'अनजाना जानी' और निर्देशक विशाल भारद्वाज की 'सात खून माफ' लाइन से फ्लॉप रहीं, मगर प्रियंका चोपड़ा के करियर में इस तरह के रोड़े जब भी आए उन्होंने घबराने के बजाय विचार किया और हर बार अपनी स्ट्रेटेजी बदली.
12. फिर आई शाहरुख के साथ 'डॉन 2' और रितिक के साथ 'अग्निपथ' इसी के साथ एक बार फिर लाइन से उन्होंने 'मेरीकॉम', 'रामलीला' और 'बाजीराव मस्तानी' जैसी हिट फिल्में दी और हर फिल्म में उन्होंने अपनी छाप छोड़ी.
13. फिल्म इंडस्ट्री में अक्सर देखा गया एक लंबे करियर के बाद अभिनेत्रियां या तो शादी कर लेती हैं या खुद बखुद उन्हें काम मिलना बंद हो जाता है और जब लोगों को लगा प्रियंका अपने करियर की चरम सीमा पर हैं और इसके बाद क्या? तब प्रियंका ने एक बार फिर चौंकाया और हॉलीवुड की तरफ रुख किया.
14. पहले अपना म्यूजिक एल्बम लॉन्च किया और फिर अमेरिकन सीरीज 'क्वांटिको' में अहम भूमिका निभाई और अब वो एक्शन कॉमेडी फिल्म 'बेवॉच' के साथ 'क्वांटिको' के सीजन 2 में भी जल्द दिखाई देंगी.
15. मशहूर 'टाइम मैग्जीन' की लिस्ट में प्रियंका का नाम 100 लोगों की फेहरिस्त में शुमार हुआ. बराक ओबामा के साथ डिनर करने से लेकर पद्मश्री से भी नवाजा गया. आज प्रियंका चोपड़ा ने अपनी जगह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बना ली है. साथ में अपना वक्त समाज सेवा के लिये भी निकालती हैं और उम्मीद है उनका काम करने का अंदाज कायम रहे.