
डॉ. हाथी के नाम से मशहूर 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' फेम कवि कुमार आजाद का 9 जुलाई को निधन हो गया था. अब उनके बारे में नए-नए खुलासे हो रहे हैं.
8 साल पहले डॉ. हाथी ने अपनी बैरिएट्रिक सर्जरी कराई थी. ये सर्जरी डॉ. मुफी लाकडवाला ने मुफ्त में की थी. इसके अलावा डॉ. हाथी के एक शुभचिंतक और थे. ये थे सलमान खान. उन्होंने डॉ. हाथी की दवाइयां, ऑपरेशन थिएटर और रूम का खर्च उठाया था.
265 किलो था डॉ. हाथी का वजन, ऐसे घटाया था 140 किलो
डॉ. हाथी की आथिर्क स्थिति उस समय ठीक नहीं थी. ऐसे में उन्हें सलमान खान का साथ मिला. सलमान ने उनकी हर संभव मदद की. बता दें कि इस सर्जरी के बाद उनका वजन 140 किलो तक कम हो गया था. पहले वे 265 किलो के थे. उन्हें 10 दिन तक वेंटीलेटर पर रखना पड़ा था. उन्हें इससे नहीं हटाया जा सकता था, क्योंकि वे इसके बिना सांस नहीं ले सकते थे.
इसके बाद उन्हें दूसरी बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह दी गई, लेकिन वे इसके लिए राजी नहीं हुए. इससे उनका वजन 90 किलो तक कम हो सकता था. कवि कुमार को लगा कि वे फिर बेरोजगार हो जाएंगे.
डॉ. हाथी के अंतिम संस्कार में हंस रहे थे लोग, गुस्से में को-एक्ट्रेस
डॉ. मुफी ने उन्हें पैडिंग का इस्तेमाल कर कैमरा फेस करने की सलाह दी, लेकिन वे इसके लिए राजी नहीं हुए. इसके बाद उनका वजन 20 किलो बढ़ गया. वे 160 किलो के हो गए थे. लेकिन वे अब भी बैरिएट्रिक सर्जरी नहीं कराना चाहते थे. यदि यह हो जाता तो आज डॉ. हाथी जिंदा होते.