Advertisement

12 जनवरी पर नहीं इस महीने आएगी दीपिका की पद्मावती, ये रही वजह

लगभग 1 महीने से दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर फिल्म 'पद्मावती' का विरोध किया जा रहा है. करणी सेना और कई राजपूत संगठन फिल्म के विरोध में हैं.

फिल्म के सीन में दीपिका पादुकोण फिल्म के सीन में दीपिका पादुकोण
वन्‍दना यादव
  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 5:34 PM IST

लगभग 1 महीने से दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर फिल्म 'पद्मावती' का विरोध किया जा रहा है. करणी सेना और कई राजपूत संगठन फिल्म के विरोध में हैं. पहले एक दिसंबर को रिलीज होने जा रही फिल्म की रिलीज अब जनवरी से भी आगे बढ़ सकती है. दरअसल, सर्टिफिकेशन के लिए अधूरे कागजात की वजह से सेंसर ने ये फिल्म वापस लौटा दी थी. फिर कहा गया कि अब ये 12 जनवरी को रिलीज होगी. 

Advertisement

ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला ने अपने ट्विटर अकाउंट पर फिल्म की रिलीज डेट को लेकर एक पोस्ट में लिखा कि पद्मावती साल 2018 में रिलीज होगी. फिल्म को सेंसर बोर्ड की तरफ से अभी सटिर्फिकेट का इंतजार है तो सियासत और संगठनों के विरोधों के बीच मेकर्स इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं. फिल्म को रिलीज करने के लिए शुक्रवार की एक फ्री डेट को भी सर्च किया जा रहा है. अब वायकॉम, यूएसए फिल्म की आगे की प्रोसेस को बढ़ाएंगे.

भंसाली से शादी करना चाहती हैं दीपिका, सलमान ने कहा- ज्यादा दिन नहीं चलेगी

फिल्म रिलीज की डेट पर अभी भी कन्फ्यूजन है. फैंस को फिल्म की रिलीज के लिए अभी भी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है.गोवा सेंसर चीफ प्रसून जोशी के एक बयान को सही मानें तो सर्टिफिकेशन पाने में निर्माताओं को कम से कम 68 दिन का वक्त लगेगा. यानी 68 दिन से पहले इस फिल्म का रिलीज होना मुश्किल है.

Advertisement

68 दिन की समयावधि को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनवरी के अंत तक भी फिल्म की रिलीज में संकट है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक पद्मावती फरवरी से मार्च के बीच रिलीज हो सकती है. हालांकि पद्मावती की डेट खिसकने से इसका असर दूसरी फिल्मों की रिलीज और बॉक्स ऑफिस कारोबार पर भी पड़ेगा. 

700 साल बाद सामने आया पद्मिनी का वंशज, पूछा- कहानी झूठ तो मेरा वजूद कैसे

अब पद्मावती पर गुजरात में ग्रहण

विजय रूपाणी के बयान की मानें तो गुजरात में पद्मावती के प्रदर्शन पर ग्रहण लग गया है. रूपाणी ने बुधवार को कहा, फैसला क्षत्रीय और दूसरे संगठनों से बातचीत के बाद लिया गया है. तय हुआ है कि जब तक आपत्तियों का समाधान नहीं होगा, क़ानून-व्यवस्था को देखते हुए गुजरात में फिल्म रिलीज नहीं की जा सकती. इस फिल्म से माहौल बिगड़ सकता है. चुनाव के मद्देनजर किसी तरह की प्रतिक्रया में हिंसा से अशांति फ़ैल सकती है. गृह मंत्रालय की इस पर नजर है.

रूपाणी ने कहा, 'मैं इस फिल्म को नहीं देखना चाहता. जिनकी भावनाएं आहत हुई हैं (फिल्म से) वो अपने मुद्दे लेकर मेरे साथ आए. चुनाव के बाद हम फिल्म की रिलीज के बारे में विचार करेंगे.'

'दीपिका के साथ इंटीमेट सीन के लिए कुछ भी कर सकते हैं रणवीर सिंह'

Advertisement
बीजेपी सीएम खट्टर की राह अलग

उधर, पद्मावती पर जारी राजनीतिक घमासान के बीच बीजेपी के एक दूसरे सीएम मनोहरलाल खट्टर ने अलग राह पकड़ ली है. एक मामले में तो उनकी राय यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से ठीक उलट है. हरियाणा में फिल्म बैन करने की मांग पर कहा, 'सेंसर से क्लियरेंस से पहले किसी फिल्म को बैन करना ठीक नहीं होगा.' खट्टर ने सिर काटने पर इनाम की घोषणा करने वालों से जवाब मांगने की भी बात कही.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement