
इन दिनों आलिया भट्ट कई प्रोजेक्ट्स में बिजी हैं. उनके पास ब्रह्मास्त्र, इंशाअल्लाह और RRR जैसी बड़ी फिल्में हैं. दूसरी तरफ उनकी बहन शाहीन भट्ट अपनी किताब नेवर बीन (अन) हैप्पीअर को लेकर चर्चा में हैं. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी इस किताब के बारे में कई बातें बताई थीं. इस किताब के माध्यम से उन्होंने अपने डिप्रेशन के दौर के हालातों को बयां किया है.
इस किताब में शाहीन ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है जिसमें उन्हें कब डिप्रेशन हुआ और किस तरह से बचपन में घटी घटनाओं ने उन्हें अवसाद की ओर धकेला, ये सारी बातें लिखी गई हैं.
आपने भावनात्मक रूप से किस तरह से इस स्थिति को संभाला, इस सवाल के जवाब में मां सोनी राजदान ने IANS को बताया, "मैं एक मां हूं. बात चाहे आलिया की हो या शाहीन की, किसी भी वक्त अगर उन्हें कोई परेशानी हो रही है तो मैं ही वह हूं जिन पर इन सबका बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है.''
"मैं मां हूं और स्वाभाविक रूप से बच्चों के साथ भावनात्मक जुड़ाव काफी मजबूत है. इसलिए कई बार ऐसा भी होता है जब मैं परेशान होने की वजह से रातों में सो नहीं पाती हूं. खासकर, शाहीन के मामले में, मैं काफी परेशान थी क्योंकि इस कम उम्र में उस पर काफी कुछ गुजर रहा था.''
उन्होंने आगे कहा, ''एक मां होने के नाते मुझे उस वक्त मजबूत होकर शाहीन की मदद करने और उसे ठीक करने के लिए सही निर्णय लेने की जरूरत थी. मैंने वही किया जो एक मां को करना चाहिए था.''