
Taapsee Pannu react on Rani Mukerji #MeToo statement यौन उत्पीड़न के खिलाफ चल रहे #MeToo मूवमेंट को लेकर रानी मुखर्जी ने हाल ही में एक बयान दिया था. जिस पर कुछ असहमतियां भी सामने आईं. उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया गया. अब उनके इस बयान पर तापसी पन्नू ने टिप्पणी की है. हालांकि रानी मुखर्जी ने जिस प्रोग्राम में मीटू पर बयान दिया था, उस वक्त तापसी भी वहीं मौजूद थीं. लेकिन उस वक्त वह चुप रहीं.
तापसी पन्नू ने केआईआईटी (KIIT)ऑडिटोरियम में 'इंडिया टुडे माइंड रॉक्स' में ऑडियंस ने तापसी से रानी मुखर्जी के बयान पर सवाल पूछा. इस पर तापसी ने कहा, "रानी ने जो भी कहा वो उनकी अपनी सोच है. हर किसी के अपने विचार होते हैं. लेकिन रानी ने जैसा कहा कि मार्शल आर्ट सीखना जरूरी है तो मैं बस यही कहूंगीं कि मार्शल आर्ट सीखना जरूरी है. लेकिन ये पहली चीज नहीं है. सबसे पहले जरूरी है कि लड़कों को घर में सही और गलत चीजें सिखाई जाएं. मार्शल आर्ट्स सीखना बाद की बात है."
क्या कहा था रानी मुखर्जी ने?
रानी मुखर्जी ने कहा था, 'मीटू के लिए महिलाओं को अपने अंदर से ही इतना सशक्त होने की जरूरत है. सेल्फ डिफेंस जरूरी है. लड़कियों को खुद का बचाव करना आना चाहिए. अपनी ताकत पर भरोसा रखना चाहिए. आखिर अपनी सुरक्षा का जिम्मा अपने हाथ में होता है. मार्शल आर्ट सीखना चाहिए." रानी मुखर्जी ने ये बयान एक चैट शो में दिया था. इसी चैट शो में रानी के साथ दीपिका, अनुष्का शर्मा, आलिया भट्ट, तब्बू, तापसी पन्नू भी थीं.
रानी के बयान का विरोध उस वक्त दीपिका पादुकोण और आलिया भट्ट ने किया था. उनका कहना था कि हर लड़की फिजिकली फिट नहीं होती है, कई बार घटनाएं घर में होती हैं. महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए समाज का सुधरना जरूरी है. हालांकि रानी मुखर्जी के बार-बार मार्शल आर्ट पर जोर देने के बयान को उनकी आने वाली फिल्म 'मर्दानी' के प्रमोशन से जोड़ा जा रहा है.
हाल ही में रानी मुखर्जी के बयान पर कंगना ने कहा था, "हमें रानी लक्ष्मीबाई की तरह महिलाओं को सशक्त और समर्थ बनाने की जरूरत है. मैंने पहले भी कहा कि हमारे समाज में कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें सशक्त बनाने की जरूरत है. लेकिन कुछ महिलाएं रानी लक्ष्मीबाई की तरह निडर भी हैं. हमें उन्हें हत्तोसाहित नहीं करना चाहिए."