
दशकों से बॉलीवुड में हीरो का मतलब एक जैसा ही रहा है. हालांकि एक्ट्रेस तापसी पन्नू हीरो के इस बने बनाए जेंडर स्टीरियोटाइप को तोड़ना चाहती हैं. 31 साल की तापसी पन्नू मानती हैं कि महिला केंद्रित फिल्मों को इंडस्ट्री और दर्शकों द्वारा खुले दिल से अपनाने के बाद इस तरह का बदलाव लाया जा सकता है.
तापसी ने पीटीआई से एक बातचीत में कहा कि मुझे लगता है कि हीरो का कोई जेंडर नहीं होता है और मैं इसे साबित करने की कोशिश कर रही हूं. हम इतने सालों से अपने दर्शकों को एक बने बनाए ढांचे का हीरो देते आ रहे हैं. मुझे पता है कि ये बदलाव रातोरात नहीं आ सकता है और अभिनेत्रियों को अपनी तरफ से भी सुनिश्चित करना होगा कि वे इस बदलाव में भागीदार बनें.
गौरतलब है कि तापसी की पिछली फिल्म गेम ओवर को क्रिटिक्स ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी थी, लेकिन ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खास प्रदर्शन नहीं कर पाई. फिल्म में तापसी का मुख्य किरदार था और उन्होंने इस फिल्म से साबित किया था कि फिल्म का सबसे बड़ा हीरो स्क्रिप्ट होती है. हालांकि तापसी को उम्मीद थी कि ये फिल्म कमर्शियल एक सफल फिल्म साबित हो ताकि बाकी लोग भी भविष्य में इन तरह ही फिल्मों के साथ रिस्क उठा सकें.
उन्होंने कहा कि गेम ओवर एक डार्क फिल्म थी. इस फिल्म में ना तो गाने थे, ना कॉमेडी सीन थे, हालांकि फिल्म की सिनेमाटोग्राफी अच्छी थी. मगर इसके बावजूद लोगों ने इस फिल्म को प्यार दिया. ऐसी फिल्मों को ऑडियन्स से एक ट्रस्ट फैक्टर की दरकार होती है.
वर्कफ्रंट की बात करें तो तापसी की दो फिल्में रिलीज़ हो रही हैं. इन फिल्मों का नाम मिशन मंगल और सांड की आंख है. मिशन मंगल में तापसी के साथ अक्षय कुमार, विद्या बालन और नित्या मेनन जैसे सितारे नजर आएंगे. इसके अलावा सांड की आंख में तापसी भूमि पेडनेकर और विनीत कुमार सिंह के साथ दिखाई देंगी. इन फिल्मों के अलावा तापसी एक तमिल एक्शन थ्रिलर में भी काम कर रही हैं.