
अनुपम खेर की मुख्य भूमिका वाली फिल्म दि एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर उस किताब पर आधारित है, जिसे मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू ने इसी नाम से लिखा है. अक्षय खन्ना फिल्म बतौर सूत्रधार संजय बारू की भूमिका में हैं. फिल्म को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है. ऐसे में बॉक्स ऑफिस पर इसे फायदा मिल सकता है. फिल्म को विजय रत्नाकर गुट्टे ने डायरेक्ट किया है.
द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर ने हर किसी की उत्सुकता बढ़ा दी है. ये फिल्म राजनेताओं, ब्यूरोक्रेट्स और पत्रकारों के बीच कौतुहल का विषय बनी है. पहले दिन का बज देखते हुए दूसरे दिन फिल्म 5 करोड़ तक कमा सकती है. पहले दिन 3-4 करोड़ कमाने की उम्मीद जताई गई थी. 2019 चुनाव के मद्देनजर दि एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर को राजनीतिकि गलियारों में बड़े दांव के तौर पर देखा जा रहा है. मूवी पर मनमोहन सिंह का महिमामंडन करने और गांधी परिवार की छवि धूमिल करने का आरोप है. कई लोगों ने मूवी को प्रोपगेंडा करार दिया है.
इस मूवी की वैसे तो कई खासियत हैं, लेकिन परदे पर जो दिखता है वह है इसकी कास्टिंग. मेकर्स के लिए रियल लाइफ राजनेताओं से मिलते-जुलते एक्टर्स की तलाश करना बेहद मुश्किल था. अब मूवी के डायरेक्टर विजय रत्नाकर गुट्टे ने खुलासा किया है कि उनके लिए सही कास्टिंग को चुनना कितना मुश्किल था.
REVIEW: समझ से परे है सोनिया-राहुल के इटैलियन संवाद वाली दि एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर
एक इंटरव्यू में निर्देशक ने कहा, ''कहानी के हर हिस्से को पेश करने के लिए सही कलाकारों का चयन मुश्किल काम था. मैंने फिल्म में एक्टर्स को चुनने में लगभग 9 महीने लगाए. क्योंकि फिल्म वास्तविक किरदारों पर आधारित है और सभी लोग उन्हें जानते हैं. लिहाजा वे जनता के दिमाग में रहते हैं. एक फिल्म निर्देशक के रूप में, मुझे इसके लिए सही कलाकारों का चयन करना था. इस तरह के किरदार केवल अच्छे एक्टर्स ही निभा सकते हैं."