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जब धोनी को लेकर टॉम ने कहा- वो सिर्फ पैसे के लिए खेलते हैं, बैन कर देना चाहिए

एक्टर टॉम ऑल्टर का शुक्रवार रात मुंबई स्थित उनके घर पर निधन हो गया. टॉम को फिल्मों के अलावा खेल से भी बहुत प्यार था. क्रिकेट को लेकर इस कदर उनकी भावनाएं जुड़ी थी कि वह एक बार कैप्टन कूल धोनी पर जमकर बरसे. जानें टॉम के धोनी पर गुस्से की INSIDE STORY...

धोनी और टॉम ऑल्टर धोनी और टॉम ऑल्टर
हंसा कोरंगा
  • नई दिल्ली,
  • 30 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 1:22 PM IST

मशहूर एक्टर टॉम ऑल्टर का शुक्रवार रात मुंबई स्थित उनके घर पर निधन हो गया. वह लंबे समय से स्किन कैंसर से जूझ रहे थे. टॉम को फिल्मों के अलावा क्रिकेट से भी बहुत प्यार था. एक्टिंग के बाद वो स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट की भूमिका में नजर आए. वो मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का पहला टीवी इंटरव्यू लेने वाले जर्नलिस्ट बने. उनके खेल से जुड़े कुछ कॉलम काफी चर्चित हुए थे. इन्हीं में से एक कॉलम टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से जुड़ा था.

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तब टॉम ऑल्टर का गुस्सा धोनी पर इस कदर भड़का कि उन्होंने धोनी को भारत का प्रतिनिधित्व करने से बैन करने की मांग भी कर दी. दरअसल, यह वाकया तीन साल पहले का है, धोनी ने टेस्ट मैच से रिटायरमेंट का ऐलान किया था. उनके इस फैसले ने हर किसी को चौंका दिया था. उन्होंने 30 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच ड्रॉ होने के बाद टेस्ट से रिटायरमेंट की घोषणा की थी. तब टेस्ट सीरीज को बीच में छोड़ने को लेकर उनकी खूब आलोचना हुई थी. एक्टर-जर्नलिस्ट टॉम ऑल्टर ने भी एक लेख लिखकर धोनी पर गुस्सा निकाला था.

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टॉम ने लिखा था, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच सीरीज खत्म होने से पहले धोनी का यूं संन्यास लेने का फैसला गलत है. इस हरकत के लिए उन्हें हमेशा के लिए भारत को रिप्रेजेंट करने से बैन कर देना चाहिए. कॉलम पर उठे विवाद के बाद एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, नवजोत सिंह सिद्दू और लाला अमरनाथ की ही तरह धोनी ने भी सीरीज को बीच में छोड़ दिया. वो भी अपनी कैप्टनशिप के दौरान. इन सभी को विलेन बनाकर पेश करना चाहिए. टीम का कैप्टन रहते हुए ऐसी हरकत करना जैंटलमैन की निशानी नहीं है.

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टॉम ने आर्टिकल में लिखा था, धोनी जानते थे उन्हें टीम से निकाला जा सकता है, इसलिए उन्होंने खुद ही संन्यास लेने का फैसला किया. उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने के अलावा लोगों के विश्वास के साथ भी खेला है. धोनी ने किसी की परवाह नहीं की. क्योंकि वह कॉरपोरेट वर्ल्ड के फेवरेट हैं, बॉस के फेवरेट हैं, उनके लिए हारना और जीतना मायने नहीं रखता. बस ब्रैंड और पैसा महत्वपूर्ण है. यह बेहद घटिया हरकत है.

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इस लेख की वजह से टॉम धोनी के फैंस की आलोचना का शिकार बने थे.

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