
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली है. फिल्म की शूटिंग के दौरान से ही शुरू हुआ विवाद अपने चरम पर पहुंच गया है. अब राजपूत संगठन किसी भी कीमत पर फिल्म रोकने को आमादा है. जानकारी के मुताबिक राजस्थान के अलग अलग हिस्सों में फिल्म के कंटेंट को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
जयपुर के पूर्व राजघरानें की महिलाओं ने पद्मावती के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. शुक्रवार दोपहर पूर्व राज परिवार की महिलाओं ने फिल्म में रानी पद्मावती के ड्रेस, घूमर डांस, राजस्थान के राज परिवारों की परम्परा के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया. पूर्व राज परिवार के सदस्यों ने फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की. महिलाओं ने रिलीज से पहले फिल्म के स्क्रीनिंग की मांग की.
शुक्रवार को जयपुर में पूर्व राजघरानाओं और ठिकानों की करीब 30 महिलाओं ने राजपूत सभा भवन में संजय लीला भंसाली को चेतावनी दी कि अगर बिना राजपूतों को दिखाए फिल्म रिलीज हुई तो खैर नही है. इन महिलाओं का आरोप था कि जिस तरह से फिल्म में रानी पद्मावती को घूमर नृत्य करते दिखाया गया है वो ठीक नही है. इस फिल्म में रानी पद्मावती की भूमिका में दीपिका पादुकोण न तो राजपूती ड्रेस में है और न हीं राजपूती विरांगना की तरह दिख रही है. इसलिए इस फिल्म को पहले राजपूत समाज को दिखाया जाए और उसके बाद ही फिल्म रिलीज हो. इनका आरोप है कि टेलर में ही जो दिखाया गया है वो सही नही दिख रही है. इनका आरोप है कि राजपूती ड्रेस में महिलाओं के हाथ-पार नही दिखते हैं और रानियां सबके सामने नृत्य नही करती थी.
इस बीच जयपुर राजघराने की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी ने भी इस फिल्म के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. दीया कुमारी का कहना है कि ये हमारे लिए भावनाओं को सवाल है. पद्मावती हमारे लिए देवी की तरह हैं और उन्हें घूमर करते हुए हम नही देखना चाहते हैं. इनका आरोप है कि संजय लीला भंसाली में फिल्म की शुटिंग की शुरुआत में संजय लीला भंसाली ने कहा था कि फिल्म पूरी होने पर समाज के लोगों को दिखाएंगें लेकिन वो अपने वादे से पीछे हट रहे हैं और फिल्म के प्रचार के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं.
झुंझनू, जयपुर, जोधपुर समेत कई इलाकों में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. मेवाड़, जयपुर समेत राजस्थान के पांच से ज्यादा पूर्व राजघरानों ने फिल्म का विरोध किया है.
बड़े अपडेट
#1. पद्मावती की रिलीज रोकने की याचिका पर सुनावाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट में भी एक पेटीशन लगाकर फिल्म को बैन करने की मांग की गई है. सोमेश चंद्र झा ने ये पेटीशन फ़ाइल की.
#2. वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पद्मावती के फंड पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि फिल्म में किसका पैसा लगा है इसकी जांच होनी चाहिए.
#3. सेंसर बोर्ड के मेंबर और भारतीय जनता पार्टी के नेता अर्जुन गुप्ता ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक चिट्ठी लिखकर भंसाली पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है.
#4. पद्मावती पर बढ़ते गुस्से के मद्देनजर महाराष्ट्र में मुंबई पुलिस ने संजय लीला भंसाली के जुहू दफ्तर के बाहर 16 पुलिसकर्मियों की टीम तैनात की है. सुरक्षा 24 घंटे के लिए है जो फिल्म रिलीज होने तक जारी रहेगी.
#5. अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के ड्रीम सीक्वेंस पर भंसाली ने सफाई दी है. एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने कहा कि फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है जिससे रानी पद्मावती की गरिमा को ठेस पहुंचे. उन्होंने लिखा, 'मैंने पद्मावती बहुत ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ बनाई है. मैं हमेशा से रानी पद्मावती की कहानी से प्रेरित रहा हूं.'
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किसने क्या कहा
#1. भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह ने भंसाली की फिल्म पद्मावती का विरोध करते हुए कहा है कि सेंसर बोर्ड को इसे सर्टिफिकेट नहीं देनी चाहिए. फिल्म में दिखाया गया घूमर नृत्य गलत है. घूमर नृत्य के दौरान राजपरिवार की महिलाएं घूंघट में होती थीं और इस दौरान पुरुष मौजूद नहीं होते थे.
#2. मेवाड़ के पूर्व राजघराने ने पद्मावती को राजपूत समाज का अपमान बताया. फिल्म बैन करने की मांग की.
#3. जयपुर पूर्व राजघराने की दीया कुमारी ने इसे राजस्थान की संस्कृति के साथ खिलवाड़ बताया. कहा पद्मावती को बैन किया जाए.
#4. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि क्षत्रीय प्रतिनिधियों को बिना दिखाए फिल्म रिलीज होती है तो गुजरात में हिंसा फ़ैल सकती है.
#5. केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा, फिल्म में भारतीय नारी के चरित्र का हनन किया गया है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. अलाउद्दीन खिलजी व्यभिचारी हमलावर था.
#6. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, 'मुझे इस संदर्भ में कुछ भी नहीं बोलना है. जिस स्टोरी और कहानी के बारे में जाना नहीं, देखा नहीं है और पढ़ा नहीं है, उसके बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहती हूं.'
#7. उज्जैन से भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय ने भंसाली पर व्यक्तिगत टिप्पणी की. फेसबुक पर लंबा पोस्ट लिखा.
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लोगों ने पद्मावती पर क्या मांग की
ज्यादातर संगठनों और लोगों ने फिल्म के कंटेंट पर आपत्ति की. कहानी में ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया. फिल्म बैन करने की मांग की.
#1. बीजेपी : केंद्र सरकार, सेंसर बोर्ड और निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखी. कहा, गुजरात चुनाव से पहले फिल्म को रिलीज न किया जाए. इसे पार्टी के राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाए.
#2. कांग्रेस : कांग्रेस की गुजरात ईकाई ने भी बीजेपी की तरह फिल्म के कंटेंट पर आपत्ति जाहिर की. बैन करने को कहा.
#3. करणी सेना : शुरू से विरोध कर रही है, संगठन की मांग है कि रिलीज से पहले फिल्म को राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाए.
चुनाव आयोग ने खारिज की मांग
निर्वाचन आयोग ने बीजेपी की उस मांग को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि गुजरात में विधानसभा चुनाव के चलते फिल्म पद्मावती की रिलीज पर रोक लगाई जाए या इसे आगे बढाया जाए.
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खुलकर भंसाली का सपोर्ट नहीं
बॉलीवुड खुलकर भंसाली के सपोर्ट में नजर नहीं आ रहा है. हालांकि उनके समर्थन में छिटपुट बयान आए हैं. गुरुवार को अर्जुन कपूर ने ट्वीट किया और लिखा, एक बार फिर एक शख्स को अपनी रचनात्मकता सिद्ध करनी पड़ रही है क्योंकि राजनीति माहौल को गंदा बना देती है. वो एक शानदार फिल्ममेकर हैं. उनकी सोच पर विश्वास करना चाहिए. मुझे यकीन है कि रानी पद्मावती की कहानी सम्मानित तरीके से दिखाई जाएगी.