
भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में पुणे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने समाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा, वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और वरनोन गोंजाल्विस के घरों पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था. हाल ही में पूर्व एक्ट्रेस और स्तम्भकार ट्विंकल खन्ना ने एक ट्वीट किया, जिसका इशारा वामपंथी नेताओं की गिरफ्तारी के मामले से जुड़ा समझा जा रहा है.
ट्विंकल ने टि्वटर पर लिखा है, "आजादी एक बार में खत्म नहीं होती. यह हिस्सों में खत्म होती है. एक बार में एक. एक एक्टिविस्ट, एक लॉयर, एक राइटर और अंतत: हम में से हर एक."
बता दें कि ट्विंकल पहले भी देश के राजनीतिक मसलों पर अपनी राय देती रही हैं. कभी ट्वीट के जरिए तो कभी अपने कॉलम के जरिए वे बेबाक अपनी राय रखती हैं. इस मामले में भी उनका ट्वीट गिरफ्तारियों के विरोध में माना जा रहा है.
गौरतलब है कि भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में देश के कई हिस्सों में मंगलवार को पुणे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कई वामपंथी विचारकों के घरों पर छापेमारी की. ये छापेमारी महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना, दिल्ली और झारखंड में की गई. पुणे पुलिस ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की. इस मामले में समाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा, वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और वरनोन गोंजाल्विस गिरफ्तार किए गए थे.
बाद में वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारियों पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाई है. शीर्ष अदालत ने कहा है कि विरोध लोकतंत्र का सेफ्टी वॉल्व है, यदि प्रेशर कुकर में सेफ्टी वॉल्व नहीं होगा तो वो फट सकता है.