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बनारस के घाट पर बैठकर घंटों लाशों को जलते देखा करता था: विक्की कौशल

विक्की ने इंस्टाग्राम पर घाट की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि मसान की शूटिंग से पहले तक मैं बनारस के मणिकर्णिका घाट पर घंटों तक बैठा रहता था और लाशों को जलते देखता रहता था.

सोर्स विकी कौशल इंस्टाग्राम सोर्स विकी कौशल इंस्टाग्राम
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 8:01 PM IST

साल 2015 में आई फिल्म मसान के साथ ही विक्की कौशल ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा लिया था. इस फिल्म में पंकज त्रिपाठी, रिचा चड्ढा, श्वेता त्रिपाठी जैसे सितारे नज़र आए थे. इस फिल्म के साथ ही नीरज घेवान ने अपने करियर की पहली फिल्म का निर्देशन किया था. इस फिल्म के चार साल पूरे होने पर विक्की ने एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया है. विक्की ये भी बताया कि उन्होंने इस फिल्म के साथ ही एक महत्वपूर्ण पाठ सीखा था.

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उन्होंने इंस्टाग्राम पर घाट की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि मसान की शूटिंग से पहले तक मैं बनारस के मणिकर्णिका घाट पर घंटों तक बैठा रहता था और लाशों को जलते देखता रहता था. काला, गोरा, सुंदर, बदसूरत, अमीर, गरीब, मोटा, पतला. हर तरीके का इंसान केवल एक ही चीज़ में तब्दील हो रहा था और वो चीज़ थी राख. लोग चले जाते हैं और उनके किए गए काम ही सिर्फ याद रह पाते हैं. जिंदगी का ये बेहद महत्वपूर्ण पाठ मुझे उस दिन सीखने को मिला था.

गौरतलब है कि इस फिल्म में विक्की ने दीपक नाम के लोअर क्लास लड़के का किरदार निभाया था जो बनारस के घाट पर काम करता है. ये विक्की कौशल की पहली फिल्म थी जिसमें उन्होंने लीड रोल निभाया था. इससे पहले वे बॉम्बे वेलवेट, लव शव ते चिकन खुराना जैसी फिल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं निभा चुके थे. उन्होंने इससे पहले अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में अस्सिटेंट डायरेक्शन का काम भी किया था. मसान के बाद उन्होंने रमन राघव 2.0 जैसी डार्क फिल्म भी की हालांकि राजी, उरी और संजू जैसी फिल्मों के साथ ही वे अपने आपको बॉलीवुड में स्थापित करने में कामयाब हो चुके हैं.

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