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'मोटी थी, सुंदर भी नहीं दिखती थी, नहीं सोचा था कोई लड़का प्यार करेगा' बोलीं भारती

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 12:58 PM IST
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अपनी कॉमेडी से लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाली भारती सिंह ने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष देखा है. गरीबी में बचपन का बीतना हो, खाने के लिए मोहताज होना हो या अपने बढ़े वजन और लुक्स को लेकर इंसिक्योरिटी होना. इन सभी चुनौतियों को पार लगाते हुए भारती सिंह आज एक बड़ी शख्सियत हैं. भारती ने मनीष पॉल के पॉडकास्ट में खुलासा किया कि वे कभी अपने लुक्स और वजन को देख सोचती थीं कि कोई उनसे प्यार नहीं करेगा.

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भारती सोचती थीं कि वे दिखने में बेहद सुंदर नहीं हैं और मोटी भी हैं. ऐसे में कोई लड़का उनसे प्यार नहीं करेगा. ना ही उनकी केयर करेगा. भारती ने बताया कि हर्ष से मिलकर उन्हें पता चला कि आदमी का प्यार किसे कहते हैं. 

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भारती बोलीं- मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि एक आदमी मेरी इतनी केयर करेगा. क्योंकि मैं मोटी थी, अच्छी नहीं दिखती थी. ये मेरी जिंदगी है. मैं एक कॉमेडियन हूं, मुझे कभी कूल हैंडसम और समझदार लड़का नहीं मिलेगा. लेकिन ये लड़का जो है (हर्ष के बारे में बताते हुए) हर वक्त पूछता है क्या तुमने खा लिया, क्या तुमने ये कर लिया, वो मेरी बहुत केयर करता है.

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भारती सिंह ने हर्ष लिंबाचिया से शादी की है. 2017 में दोनों ने शादी की थी. दोनों की केमिस्ट्री शानदार है. भारती और हर्ष की जोड़ी साथ में काम भी करती है. दोनों की कॉमिक टाइमिंग जबरदस्त है.
 

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भारती के पिता का देहांत तभी हो गया था जब वे छोटी थीं. भारती ने बताया कि उनके पिता की घर में कोई फोटो नहीं है. उनके लिए उनकी मां ही मां-पिता दोनों हैं. 

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भारती ने कहा कि उन्हें कभी अपने पिता का प्यार नहीं मिला. अपने पिता की फोटो देखकर उन्हें लगता है कि ये किसी अजनबी की फोटो है. भारती ने बताया कि उन्हें उनके भाई का प्यार भी नहीं मिला क्योंकि वो काम बिजी रहते थे.

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भारती सिंह ने मनीष पॉल के शो में गरीबी के दिनों पर भी बात की. भारती ने बताया कि उन्होंने वो दिन भी देखे हैं जब उनके घर में खाने को कुछ नहीं था. एक वक्त ऐसा भी था जब वो लोग नमक के साथ रोटी खाते थे.
 

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बकौल भारती- भारती सिंह ने बताया कि उनके भाई एक दुकान में काम करते थे. मां और बहन एक फैक्ट्री में कंबल सिला करती थीं. उन्होंने कहा, घर जाने का मन नहीं करता था. मैं अपने दोस्तों के साथ कॉलेज में ही रहती थी और हॉस्टल में खाना खाती थी. मुझे पता था अगर मैं घर गई तो वही गरीबी का आलम देखना पड़ेगा. उस हल्की रोशनी में रहना पड़ेगा.' 

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भारती ने बताया, 'हमने नमक से रोटी खाई है, लेकिन आज हमारे पास दाल, रोटी और सब्जी है. मैं बस उम्मीद करती हूं कि मेरे परिवार के पास कम से कम दाल तो हो खाने को. मैं कभी उस हालात का सामना नहीं करना चाहती और ना ही अपने परिवार को वहां से गुजरता देखना चाहती हूं.'
 

Photos: Bharti Singh Instagram

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