बिग बॉस 14 अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है. 21 फरवरी को शो का फिनाले एपिसोड है. शो को टॉप 5 कंटेस्टेंट मिल गए हैं. ग्रैंड फिनाले को लेकर जबरदस्त चर्चा है. ग्रैंड फिनाले में हर बार घर के सभी कंटेस्टेंट्स को बुलाया जाता है. लेकिन लगता है कि इस बार कुछ कंटेस्टेंट फिनाले से नदारद रहेंगे. इसके पीछे कारण हैं शो से उनकी नाराजगी. आइए बात करते हैं उन कंटेस्टेंट के बारे में, जिन्होंने घर से बाहर होने के बाद शो को लेकर नाराजगी जाहिर की थी.
कविता कौशिक ने शो में दो बार एंट्री ली थी. पहली बार वो जनता के कम वोट्स की वजह से बाहर हुई और दूसरी बार वो रुबीना से लड़ाई के दौरान खुद ही घर छोड़कर चली गई थीं. शो से कविता की इमेज काफी निगेटिव हो गई. एजाज और रुबीना-अभिनव संग उनकी लड़ाई ने खूब तूल पकड़ा. शो से निकलने के बाद कविता ने इसके बारे में ज्यादा बात नहीं की. बस वो शो में जाने के अपने डिसिजन से खुश नहीं दिखीं.
नैना सिंह की बिग बॉस में जर्नी ज्यादा लंबी नहीं रही थी. शो से बाहर होने के बाद नैना काफी नाराज थीं. नैना सिंह ने कहा- 'हर कोई अपने हिसाब से गेम खेलना चाहता है. कोई सहानुभूति तो कोई विक्टिम कार्ड का इस्तेमाल करता है. मेरी जर्नी के बारे में मुझे जो सबसे खराब चीज लगी वो ये कि जहां भी मैंने पर्सनल लाइफ के बारे में बात की थी, जैसे मास्क टास्क, उसे दिखाया ही नहीं गया. उन्होंने (बिग बॉस) नैना का सिर्फ ये साइड दिखाया कि उसे मेकअप, एक्सपेंसिव ड्रेस और घर को लेकर चिंता है. क्या उन्हें मेरे स्ट्रगल के बारे में पता है? चाहे फिर वो ये हो कि मैं डिप्रेशन में रहीं या नहीं?'
सारा गुरपाल का एविक्शन सीनियर हिना, गौहर और सिद्धार्थ के हाथों में था. एविक्शन के लिए अपना फैसला सुनाते हुए पंजाबी सिंगर सारा गुरपाल का नाम लिया. उनके इस डिसिजन के बाद काफी बवाल मच गया था. सारा भी इससे निराश दिखीं. सारा गुरपाल ने वीडियो साझा करते हुए अनफेयर एविक्शन पर बात की थी. उन्होंने कहा कि - मेरे साथ जो हुआ वो सही नहीं था. अगर जनता मुझे निकालती तो मैं खुश होती कि चलो मेरी पर्सनैलिटी ऐसी नहीं है. पर जनता को मेरी पर्सनैलिटी अच्छी लग रही थी.
शहजाद का एविक्शन जनता की वोटिंग के जरिए नहीं हुआ था. वोटिंग तो करवाई गई थी, लेकिन एंड में ट्वि्स्ट के तौर पर ये फैसला सीनियर्स के हवाले छोड़ दिया गया. इस फैसले ने शहजाद के फैन्स खासा नाराज हो गए थे. वहीं उन्होंने बेघर होते ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी. पोस्ट के जरिए शहजाद ने इस फैसले पर सवाल खड़े किए थे. शहजाद ने लिखा था - मुझे लगा था कि ये निष्पक्ष खेल होगा. लेकिन ये सफर जल्दी खत्म हो गया. मुझे खुशी है कि आप लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया. अगर ये फैसला आप पर होता तो मैं घर के अंदर होता, लेकिन यही जिंदगी होती है. कभी फेयर नहीं रहती. मैं आपको एंटरटेन करता रहूंगा, आपका पंजाब दा मुंडा.
निशांत सिंह मलकानी का एविक्शन जनता की वोटिंग से नहीं हुआ था. निशांत को घरवालों ने एविक्ट किया था. निशांत भी अपने एविक्शन से नाराज दिखे थे.