कौन बनेगा करोड़पति 13 की शुरुआत हो चुकी है. सोमवार को शुरू हुए इस गेम शो की शुरुआत अमिताभ बच्चन ने धमाकेदार अंदाज में किया. शो में झारखंड के इस युवा वैज्ञानिक और प्रोफेशन से शिक्षक ज्ञानराज, इस सीजन के पहले कंटेस्टेंट रहे. केबीसी के हॉट सीट तक पहुंचना ज्ञानराज के लिए किसी सपने के सच होने जैसा था. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें केबीसी के कई सिक्योरिटी चेक्स से गुजरना पड़ा. ज्ञानराज ने अपने इस अनुभव को एक इंटरव्यू में साझा किया है.
ज्ञानराज ने नवभारत टाइम्स को दिए इंटरव्यू में केबीसी के सेट के नियमों के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि वे अपनी जिंदगी के इस खास मौके पर अपनी फेवरेट ब्लू शर्ट पहनना चाहते थे. लेकिन जब उन्हें टीम ने बताया कि वे ब्लू की बजाय रेड शर्ट पहनकर सेट पर जाएंगे, तो वे चौंक गए.
उन्होंने कहा कि केबीसी 13 की टीम ने सभी कंटेस्टेंट्स से 10-12 जोड़ी अलग-अलग तरह के कपड़े लाने को कहा था. इसके अलावा उन्हें ब्लैक और व्हाइट कलर के कपड़े लाने से मना किया गया था. वे कहते हैं 'हमें 10-12 जोड़ी कपड़े लाने को कहा गया था. ज्यादा भी ला सकते हैं, पर ब्लैक और व्हाइट कपड़े नहीं लाने हैं. टीम तय करेगी कि कौन सा कपड़ा पहनना है.'
ज्ञानराज ने बताया कि प्रोमो में जो रेड शर्ट पहने वे नजर आ रहे हैं, वो कंपनी की ओर से दी गई है. वे कहते हैं 'मैं जो कपड़े लेकर आया था, उनमें रेड कलर का मेरे पास कुछ नहीं था. सभी को अलग-अलग रंग के कपड़े देने थे इसलिए मुझे कंपनी ने वो शर्ट दी ताकि वे अलग लगें.'
कपड़े के कलर के अलावा, कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए भी केबीसी के सेट पर सख्त नियम हैं. ज्ञानराज कहते हैं 'सेट पर जाने से पहले आपको एक होटल में रखा जाता है. हम 10 लोग थे और हमें एक होटल में अलग-अलग फ्लोर पर रखा गया था. दूसरे दिन RTPCR टेस्ट किया गया. तीन दिन क्वारंटीन में रखा गया और चौथे दिन शूट के लिए सेट पर ले जाया गया.'
'शूट के लिए सुबह साढ़े पांच बजे ही तैयार होने के लिए कह दिया गया था. सेट पर पहुंचने के बाद दोबारा टेस्ट किया गया और फिर एक कमरे में बैठने के लिए कहा गया.'
बता दें केबीसी के हॉट सीट तक पहुंचने के लिए ज्ञानराज 2 करोड़ लोगों में से चुने 200 लोग में शामिल थे. इन 200 लोगों को मात देकर वे आगे बढ़े और हॉट सीट तक पहुंचे. यहां तक आने के लिए उन्हें कौन-कौन से राउंड्स देने पड़े ये भी ज्ञानराज ने बताया है.
उन्होंने कहा '2 करोड़ लोगों से सिलेक्शन शुरू हुआ था. इनमें से पहले 40 हजार लोग चुने गए, फिर 12 हजार और फिर ज्यूरी ने 1200 लोगों को सिलेक्ट किया. इन 1200 लोगों का पहला राउंड GK का था. 30 मिनट की समय सीमा में 20 सवालों के जवाब देने थे. हर सवाल के जवाब के लिए 20 सेकेंड का टाइम दिया गया था.'
'इसके बाद ऑनलाइन वीडियो राउंड होता है जिसमें हमारे बारे में जानकारी ली जाती है. आपका नाम, काम और आपसे जुड़ी तमाम बातें. इन दो राउंड्स के जरिए कंटेस्टेंट्स के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जाती है.' बाद में इन 1200 लोगों को पर्सनल इंटरव्यू (PIR) के लिए कॉल किया जाता है और यह राउंड अलग-अलग जगहों या शहरों में होता है.
ज्ञानराज ने इस राउंड के लोकेशंस बताते हुए कहा 'इस बार लखनऊ, कोलकाता, भोपाल, मुंबई और ग्वालियर में सेंटर थे, जहां सभी 1200 लोगों को बुलाया गया था. वहां आपके जीके टेस्ट को रीचेक करने के लिए दोबारा जीके का टेस्ट लिया जाता है. इसमें भी दो राउंड्स हुए जिसमें लगभग 20 सवाल पूछे गए थे.'
पर्सनल राउंड के बाद ज्यूरी ने 200 लोगों को सिलेक्ट किया. इसके बाद 10-10 के बैच में मुंबई बुलाया गया. वे कहते हैं 'इसके लिए आपको 10-15 दिन पहले फोन आएगा कि मुंबई आना है. इसके बाद से हर दिन केबीसी टीम के लोग आपसे संपर्क में रहेंगे और हर दिन 2-3 घंटे बात कर आपके बारे में जानने की कोशिश की जाती है.'
सिलेक्शन के बाद क्या होता है ज्ञानराज ने बताया. उन्होंने कहा 'सिलेक्टेड कंटेस्टेंट्स को टीवी पर आने से 10-15 दिन पहले जानकारी दे दी जाती है. इसके बाद जो कंटेस्टेंट टीवी पर आने वाला होता है, उसकी स्टोरी शूट की जाती है. इसके लिए एक टीम कंटेस्टेंट के घर भेजी जाती है.' ज्ञानराज के घर भी टीम पहुंची थी जहां उन्होंने दो दिन स्कूल का प्रोमो शूट किया.
बता दें सोमवार के एपिसोड में ज्ञानराज का मजेदार गेम देखने को मिला. यहां ज्ञानराज 12वें सवाल का सही जवाब नहीं दे पाए और करोड़पति बनने से रह गए. उन्होंने कुल 3 लाख 20 हजार रुपये जीते.