
जो भी 'बिग बॉस' के फैन हैं, वे इसके 10वें सीजन को लेकर जरूर हैरान होंगे. दरअसल, इस बार आम कंटेस्टेंट और सेलिब्रिटी कंटेस्टेंट्स की खिचड़ी ने शो को बेस्वाद कर दिया है. शो में कुछ मौजूदा कंटेस्टेंट ऐसे हैं जिन्हें टीवी स्क्रीन पर झेल पाना मुश्किल सा लगने लगा है. जिनमें प्रियंका जग्गा, लोकेश शर्मा और ओम स्वामी का नाम सबसे पहले आता है.
अब
बाबा ओम स्वामी जी को ही ले लें. महिलाओं से बदस्लूकी, चोरी करना, आर्म्स एक्ट और टाडा जैसे कई क्रिमिनल केस जिनके सिर पर हों, उसे लेने का मतलब क्या है. एक ऐसे इंसान को आम आदमी का हवाला देकर देश के बड़े जाने माने रियलिटी शो में एंट्री देना क्या सही है? आम लोगों के लिए
प्लेटफॉर्म कहे जाने वाले रियलिटी शो का मकसद एक आम इंसान को खास बनने या यूं कहें कि किसी के करियर को आगे ले जाने में मदद करना ही
बताया जाता है.
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सलमान का चर्चित टीवी शो 'बिग बॉस' भी अब तक इसी तर्ज पर शो के कंटेस्टेंट का चयन करता आया लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. शो
पर ओम स्वामी जैसे लोगों की एंट्री करना शो के स्तर पर कहीं ना कहीं सवाल खड़ा करता है. क्योंकि कोई अपराधी झूठ का सहारा लेकर कैसे नेशनल टीवी
पर लोगों को एंटरटेन कर सकता है, उनकी रियलिटी जानकर शायद कोई भी उन्हें अपने टीवी स्क्रीन पर नहीं देखना चाहेगा. फिर पहले ही एपिसोड में जिस तरह की बातें बाबा ने आकांक्षा शर्मा के लिए कही, क्या उसके बाद उनका शो में टिकना सही है...
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'बिग बॉस' के शो में कोई
ड्रामा क्वीन ना हो ऐसा होना मुमकिन नहीं. बात-बात पर चीखना चिल्लाना और छोटी सी बात का बतंगड़ बनाने का दूसरा नाम है प्रियंका जग्गा. शो में
अब तक उनके व्यक्तित्व को देखकर तो यही लगता है कि उनके दिमाग में एक चीज घर कर गई है कि शायद 'बिग बॉस' के घर जो जितना हंगामा करेगा
वही लंबा खेल खेलेगा. शायद तभी वह हर बात पर ओवर रिएक्ट करती हैं. रोहन मेहरा के साथ जिस तरह वह पेश आईं, उससे दर्शक उनको पसंद करने की बजाय उनसे चिढ़ ही रहे हैं.
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आम लोगों के ग्रुप में शामिल लोकेश कुमारी कौन सी बला हैं इस असमंजस में शायद दर्शक भी होंगे. उनके बोलने का स्टाइल और एक्सप्रेशन चाहे बिग बॉस को उनकी यूएसपी लग सकती है लेकिन सच मानिए ना ही वो फनी हैं और ना ही एंटरटेनिंग. उनका शब्दों को खींचकर बोलना कई बार तो आपको चैनल बदलने पर मजबूर कर देता है.
बिग बॉस के फैन्स के जहन में अगर यह बात है कि स्वामी ओम, प्रियंका जग्गा या लोकेश कुमारी को स्क्रीन पर देखना वाकई समय की बरबादी
और सिरदर्दी है तो इसका दोष उन्हें बिग बॉस और सलमान खान को देना चाहिए. और यह सवाल पूछना चाहिए कि करोड़ों की तादात में इस शो के लिए एंट्री वीडियो देने वाले भारतीयों में से
क्या यही 'कोहीनूर' बिग बॉस ने खोजे हैं जिन्हें झेल पाना मुश्किल है. शो को लेकर फैन्स का नजरिया भी अब सोशल मीडिया पर दिखने लगा है.
क्या 'बिग बॉस 10' को TRP दिला पाएंगे बाबा आेम-