
दिलजीत दोसांझ स्टारर फिल्म 'जोगी' रिलीज हो चुकी है. 'जोगी' (Jogi) 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों पर आधारित है. फिल्म में दिलजीत के अलावा टीवी एक्ट्रेस नीलू कोहली (Neelu Kohli) ने भी अहम रोल अदा किया है. 'जोगी' नीलू कोहली के करियर की एक अहम मूवी है. एक इंटरव्यू के दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि इस फिल्म को करते हुए उनकी दर्दनाक यादें ताजा हो गईं.
तबाह हो गया परिवार
अतीत के उस काले पल को याद करते हुए नीलू कोहली बताती हैं, मुझे 1984 की बातें काफी अच्छे से याद हैं. मेरे परिवार पर इसका काफी बुरा असर पड़ा था. वो कहती हैं कि मैं उस वक्त चंडीगढ़ में थी. पर मेरे दंगा पीड़ित माता-पिता रांची में थे. मेरे पापा ने उन दंगो में अपना सब कुछ खो दिया. रिटायरमेंट के बाद उनके पास कुछ सेविंग्स थीं. इन्हीं पैसों से उन्होंने अपने भाई के साथ एक बिजनेस शुरू किया था. पर किस्मत देखिये उन दंगों में सब बर्बाद हो गया और वो उस सदमे से कभी बाहर नहीं आ सके. इसके बाद उनका निधन हो गया.
बीते हुए कल के बारे में बताते हुए नीलू कोहली कहती हैं कि 'जोगी' में एक सीन है, जो उनकी असल जिंदगी से काफी रिलेट करता है. उस सीन पर बात करते हुए वो कहती हैं कि फिल्म में जोगी को बाल काटते हुए दिखाया गया है. किसी सरदार के लिये अपने बालों पर कैंची चलाना बहुत बड़ी बात है. ऐसा ही कुछ मेरे भाई और मां के साथ भी हुआ था. नीलू बताती हैं कि फिल्म के लिये उन्हें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी, क्योंकि वो दौर को पहले से ही जी चुकी थीं. इसलिये फिल्म में उन्होंने अपना कैरेक्टर सिर्फ निभाया नहीं है, बल्कि अतीत के दर्द को जिया भी है.
फिल्म की स्क्रिप्ट सुनकर हैरान थीं
जोगी का निर्देशन का अली अब्बास ने किया है. इससे पहले वो 'गुंडे', 'सुल्तान', और 'भारत' जैसी सुपरहिट फिल्में बना चुके हैं. नीलू कहती हैं कि अली सर अपनी कमर्शियल फिल्मों के लिये जाने जाते हैं. इसलिये जब मैंने 'जोगी' के बारे में सुना, तो हैरान थीं. वहीं अगर नीलू कोहली के वर्कफ्रंट की बात करें, तो उनके करियर की शुरुआत 'मेरे अंगने में' शो से हुई थी. इसके बाद वो 'शास्त्री सिस्टर्स', 'मधुबाला - एक इश्क एक जुनून' और 'छोटी सरदारनी' जैसे शोज में दिखीं.
वहीं अब वो ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दस्तक दे चुकी हैं. ओटीटी पर बात करते हुए वो कहती हैं कि हम जैसे एक्टर्स के लिये ओटीटी किसी बड़े वरदान से कम नहीं है.