
कश्मीरा शाह और कृष्णा अभिषेक की जोड़ी टीवी इंडस्ट्री की सबसे चर्चित जोड़ियों में से एक है. कपल शानदार बॉन्डिंग शेयर करते हैं. कपल ट्विन्स के पेरेंट्स हैं और साल 2017 में सरोगेसी से ट्विन किड्स को कपल ने वेलकम किया था. कृष्णा और कश्मीरा दोनों ही अपने वर्क कमिट्मेंट्स में बिजी रहते हैं मगर इस बात का खास खयाल रखते हैं कि उनके पास अपने बच्चों के साथ वक्त बिताने का पर्याप्त समय हो. हाल ही में कश्मीरा शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान एक बच्चों की परवरिश के बारे में बातें कीं.
एक्ट्रेस ने बच्चों की परवरिश पर कही ये बात
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान कश्मीरा शाह ने कहा कि उन्होंने अपना पहला ब्रेक तभी लिया था जब वे मां बनने की प्लानिंग में थीं. मगर जब बात बन नहीं पाई तो उन्होंने कृष्णा के साथ मिलकर सरोगेसी से पैैैैैैरेंटस बनने का कदम उठाया. जब वे ट्विन बेबीज की मां बन गईं तब उन्होंने ब्रेक लिया जब तक की उनके बच्चे बोलने नहीं लग गए. एक्ट्रेस ने कहा कि- जब आपको पता चल जाता है कि आपके बच्चे अब बोलकर बातें जाहिर करने लग गए हैं तब आप एक मां के तौर पर निश्चिंत महसूस करने लग जाते हैं. तब इतना तो स्योरिटी रखी जा सकती है कि आपकी गैरमौजूदगी में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी.
आगे बच्चों की परवरिश के बारे में बात करते हुए कश्मीरा ने कहा कि- मैं कभी नहीं चाहती थी कि मेरे बच्चों की परवरिश स्टाफ करे या उन्हें स्टाफ के जिम्मे छोड़ दिया जाए. ये बात बहुत शुरुआत से मेरे दिमाग में थी. मैं चाहती थीं कि जैसे-जैसे मेरे बच्चे होश सम्भालना शुरू करें उन्हें इस बात का एहसास हो कि उनके पेरेंट्स वर्किंग हैं. उन्हें कभी भी ऐसा ना लगे कि उनके पेरेंट्स अनएविलेबल हैं. हम लोगों ने इसी वजह से ये निर्णय लिया है कि जब मैं काम पर होती हूं तो कृष्णा घर पर होते हैं और जब मैं घर पर होती हूं तो कृष्णा काम पर होते हैं. दोनों में से किसी एक का घर पर रहना जरूरी होता है.
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वर्क कमेट्मेंट्स पर बोलीं एक्ट्रेस
मगर एक्ट्रेस ने अपनी वर्क प्रायोरिटी को भी तवज्जो देते हुए कहा कि- मुझे ऐसा नहीं लगता है कि मैं उन लोगों में से हूं जिन्हें हमेशा घर में बैठना अच्छा लगता है. मैं सिर्फ तभी घर में बैठ सकती हूं जब सरकार कहे कि हमने लॉकडाउन लगा दिया है और किसी को बाहर नहीं निकलना है. लेकिन अगर काम करना मुमकिन है तो मैं तो हमेशा खाली बैठने से अच्छा काम ही करना चाहूंगी.