Advertisement

आर्थिक तंगी से गुजर रहे राजेश खट्टर, एक्टर बोले- मेरी इस बात को गलत तरीके से दिखाया गया

राजेश खट्टर ने कहा, ''वंदना ने हाल के दिनों में मेडिकल और अस्पताल के बिलों पर खर्च किए गए पैसों को लेकर यह बयान दिया था. कुछ घंटों बाद, उसके बयान को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया और यह वायरल हो गया. लोगों ने कहा कि मैं टूट गया था. मेरे पास खाने के पैसे नहीं हैं. जल्द ही, मुझे अपने रिश्तेदारों और अन्य लोगों से मदद की पेशकश करने वाले मैसेज मिलने लगे. कुछ ही समय में चीजें हाथ से निकल गईं."

राजेश खट्टर राजेश खट्टर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2021,
  • अपडेटेड 7:52 PM IST

कुछ दिन पहले, बॉलीवुड एक्टर ईशान खट्टर की स्टेप-मॉम और लोकप्रिय एक्ट्रेस वंदना सजनानी ने इंटरव्यूज में आर्थिक तंगी का सामना करने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि उनकी ज्यादातर बचत मेडिकल जरूरतों की वजह से खत्म हो गई है और लॉकडाउन की वजह से भी काम की कमी आ गई है. इन रिपोर्ट्स के बाद वंदना के पति राजेश खट्टर को दोस्तों के कई फोन आए, जिन्होंने उनसे मदद की जरूरत के बारे में पूछा. राजेश खट्टर ने यूं तो यह स्वीकार किया है कि अस्पताल के बिलों पर बहुत पैसा खर्च हुआ है, लेकिन उन्होंने आर्थिक तंगी में आने से इनकार कर दिया.

Advertisement

राजेश खट्टर ने कही यह बात
ई-टाइम्स से बात करते हुए ईशान खट्टर के पिता राजेश खट्टर ने कहा, ''वंदना ने हाल के दिनों में मेडिकल और अस्पताल के बिलों पर खर्च किए गए पैसों को लेकर यह बयान दिया था. कुछ घंटों बाद, उसके बयान को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया और यह वायरल हो गया. लोगों ने कहा कि मैं टूट गया था. मेरे पास खाने के पैसे नहीं हैं. जल्द ही, मुझे अपने रिश्तेदारों और अन्य लोगों से मदद की पेशकश करने वाले मैसेज मिलने लगे. कुछ ही समय में चीजें हाथ से निकल गईं."

हालांकि, एक्टर को उस समय ज्यादा बुरा लगा जब शाहिद कपूर और ईशान खट्टर को इसमें 'घसीटा' गया. यह कहते हुए कि यह 'थोड़ा ज्यादा' था, राजेश ने कहा कि अगर वह कभी उस लेवल पर पहुंचे भी तो उन्हें वैसी स्थिति से बाहर निकलने में मदद करने के लिए उनके परिवार का समर्थन है. 

Advertisement

राजेश खट्टर की पत्नी का खुलासा- दो साल में खत्म हो गई सेविंग्स, लगा है धक्का

उधर, राजेश ने इंस्टाग्राम पर भी एक रिपोर्ट को लेकर लिखा कि जबकि पूरा देश महामारी की इस अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के लिए एकजुट हो रहा है और एक-दूसरे की मदद के लिए हाथ बढ़ा रहा है. तो क्या हमें वास्तव में कहानियों को बेचने के लिए दुखों को बताना होगा? यह साफ है कि पॉजिटिव स्टोरीज अच्छी कॉपीज नहीं बनाती हैं. फैक्ट यह है कि मैं अस्पताल में भर्ती होकर आया हूं और अभी भी कोविड से उबर रहा हूं, लेकिन यह कोई खबर नहीं है.''

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement