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रियलिटी शोज ने खोया चार्म, जबरदस्ती का रोना देख तंग ऑडियंस, सिर्फ KBC ने रखी लाज

इंडियन आइडल, सारेगामापा और बाकी डांस शोज को ले लीजिए, सबमें कंटेस्टेंट की इमोशनल स्टोरीज को टीआरपी पाने के लिए हाईलाइट किया जा रहा है. यूं कहें तो आजकल हर दूसरा शो बिग बॉस के फॉर्मेट को कॉपी कर रहा है. जहां लड़ाई-झगड़ों के अलावा कंटेस्टेंट्स पर तीखे वार दिखाए जाते हैं. 

अमिताभ बच्चन-सलमान खान अमिताभ बच्चन-सलमान खान
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 8:00 AM IST

एक वक्त था जब रियलिटी शो में सच्चाई दिखती थी. बिना किसी शोर और ड्रामे के शोज बनते थे. लेकिन अब चीजें पहले जैसी नहीं रहीं. रियलिटी शोज में भर-भरकर बस ड्रामा ही दिख रहा है. चाहे सिंगिंग, डांसिंग शो हो या फिर स्टंट शो... हर फॉर्मेट में आपको मसाला कंटेंट देने की कोशिश होगी. हद इतनी हो गई है कि कुकिंग शोज में भी इमोशंस की गंगा बह रही है.

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रियलिटी शोज में ड्रामा चरम पर

इन दिनों सेलेब्रिटी मास्टर शेफ की जमकर चर्चा हो रही है. शो के प्रोमो वायरल हो रहे हैं. सबमें एक चीज कॉमन है या तो कोई रोता दिखेगा या फिर किसी को डांट पड़ रही होगी. ऐसा कर मेकर्स शो की तरफ ऑडियंस खींचने की कोशिश कर रहे हैं. इंडियन आइडल, सारेगामापा और बाकी डांस शोज को ले लीजिए, सबमें कंटेस्टेंट की इमोशनल स्टोरीज को टीआरपी पाने के लिए हाईलाइट किया जा रहा है. यूं कहें तो आजकल हर दूसरा शो बिग बॉस के फॉर्मेट को कॉपी कर रहा है. जहां लड़ाई-झगड़ों के अलावा कंटेस्टेंट्स पर तीखे वार दिखाए जाते हैं. 

खतरों के खिलाड़ी की गिरी टीआरपी

खतरों के खिलाड़ी शो पहले जेनुअन था. लेकिन बीते कुछ सालों से उसपर भी बिग बॉस का असर चढ़ गया है. सबसे पहले तो शो के आधे कंटेस्टेंट्स वो बिग बॉस के लाते हैं. फिर उनके साथ यहां भी बिग बॉस का ही गेम खेला जाता है. बीते सीजन में तो हद ही हो गई थी. तभी पिछले कुछ समय से रोहित शेट्टी के शो खतरों के खिलाड़ी को कम टीआरपी मिल रही है. शो अपनी वास्तविकता को खो रहे हैं. लेकिन इन सभी शोज के बीच एक ऐसा भी शो है जो आज तक अपनी ऑथेंटिसिटी को बनाए हुए है. यहां अमिताभ बच्चन के क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति की बात हो रही है.

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केबीसी ने जीता दिल

शो को 25 साल पूरे हो गए हैं. बीते सालों में वक्त के हिसाब से शो का फॉर्मेट बदला है. इसमें नई चीजों को एडऑन किया गया है. टीआरपी और लोगों के एंटरटेनमेंट का ख्याल रखते हुए नए एंगल्स को इंट्रोड्यूस किया गया है. लेकिन शो ने अपनी सच्चाई को नहीं खोया है. आज भी गेम शो का पहला फोकस इसके बेसिक सेगमेंट सवाल-जवाब पर होता है.

अमिताभ अपने पुराने किस्से, दिल की बात लोगों से कहते हैं. कंटेस्टेंट्स की इमोशनल जर्नी को हाईलाइट किया जाता है. सेलेब्रिटी गेस्ट शो में आते हैं, फिर भी सब कुछ मर्यादा में रहकर होता है. कोई भी एंगल जबरदस्ती का नहीं लगता. सबसे बड़ी बात शो में मुद्दों को सेंसलाइज नहीं किया जाता. ये सभी बातें बिग बी के शो को दूसरों से अलग बनाती हैं. वरना तो आजकल सभी रियलिटी शो भेड़चाल में चल रहे हैं.

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