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जब रामायण शो की मंदोदरी के नाम पर हुआ फ्रॉड, जानें अब कहां है एक्ट्रेस?

रामानंद सागर की रामायण का पहला प्रसारण 1986 में हुआ था. इस शो के किरदार जहन में आज भी जिंदा है. दशहरा के दिन लोग टीवी के रावण अरविंद को याद करते हैं लेकिन आपको मंदोदरी याद हैं? रामायण की 'मंदोदरी' यानी अपराजिता भूषण हैं. अब वो इंडस्ट्री से दूर मोटिवेशनल स्पीकर और राइटर बन चुकी हैं.

अपराजिता भूषण अपराजिता भूषण
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 05 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 12:27 PM IST

Dussehra 2022: विजयादशमी पर जब-जब रावण का जिक्र होता है. दर्शकों के दिमाग में पहली छवि रामायण के अरविंद त्रिवेदी की आती है.अरविंद त्रिवेदी ने रामायण में रावण के रोल के रोल को कुछ इस कदर निभाया कि आज तक लोग उसे भुला नहीं पाये हैं. अरविंद त्रिवेदी तो सदा ही हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे, पर क्या किसी को रामायण की मंदोदरी याद हैं ? आइये जानते हैं कि शो में मंदोदरी का रोल अदा करने वाली अपराजिता भूषण कहां हैं और क्या कर रही हैं.

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अब कहां हैं रामायण की मंदोदरी?
रामानंद सागर की रामायण में मंदोदरी का रोल अपराजिता भूषण ने निभाया था. अपराजिता दिग्गज एक्टर भारत भूषण की बेटी हैं. मंदोदरी के किरदार में अपराजिता ने बेहतरीन अदाकारी लोगों पर गहरा प्रभाव डाला. इस शो ने उन्हें एक पहचान दी. पर एक्टिंग की दुनिया में वो ज्यादा समय तक टिक नहीं पाईं. रामायण के बाद उन्होंने 1997 में एक्टिंग दुनिया को अलविदा कह दिया. 

अब अपराजिता यानी रामायण की मंदोदरी एक राइटर बन चुकी हैं. एक्टर के तौर पर खुद को साबित करने के बाद वो राइटर के तौर खुद को निखार रही हैं.  अब वो एक जाने-माने मीडिया हाउस के लिये कॉलम लिखती हैं. इसके अलावा वो अपनी बुक पर भी काम कर रही हैं. बाकी स्टार्स की तरह अपराजिता सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं हैं. इसलिये इंटरनेट पर उनकी ज्यादा तस्वीरें भी मौजूद नहीं हैं. 

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रामायण की 'मंदोदरी'

ये तो पता चला गया कि अपराजिता कहां हैं. अब ये भी जान लीजिये कि एक वक्त पर उनके साथ बड़ी धोखाधड़ी भी हुई थी. असल में रामायण में मंदोदरी का रोल अपराजिता ने निभाया था. लेकिन पॉपुलैरिटी किसी और को मिल गई. एक महिला 15-20 साल से 'मंदोदरी' के नाम पर खुल कर जिंदगी जी रही थी. 

जब असली 'मंदोदरी' को पता चला सच
रमांनद सागर की रामायण का पहला प्रसारण 1986 में था. टाइम्स ऑफ इंडिया से नकली मंदोदरी पर बात करते हुए अपराजिता ने बताया, 'मैं मोटिवेशनल स्पीकर और राइटर हूं. एक मीडिया हाउस के लिये कॉलम लिखती हूं. करीब 4 महीने पहले एक दर्शक से बातचीत के दौरान मुझे हकीकत का पता चला. दर्शक के जरिये मुझे को पता चला कि ब्रहमकुमारीज में से एक महिला मेरी पहचान का इस्तेमाल कर रही है. कई लिंक खोलने पर सच्चाई मेरे सामने आ गई. वहीं जब मैंने इस पर अपात्ति जताई, तो फेक मंदोदरी (प्रभा मिश्रा) ने एक मेल लिख कर अपनी सफाई पेश की.'

रामायण की मंदोदरी को उनकी पहचान मिल गई. इससे ज्यादा खुशी की बात क्या ही होगी.  

 

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