सलमान की ट्यूबलाइट अच्छी है लेकिन बजरंगी भाईजान और सुल्तान के मामले में फिल्म हल्की है. 5 बातों की वजह से ट्यूबलाइट की रोशनी फीकी पड़ गई है. सलमान खान तो ट्यूबलाइट में पेट बढ़ाकर ओवर इमोशनल अंदाज में नजर आ रहे हैं, वह उनकी बॉक्स ऑफिस इमेज से मैच नहीं करता है. ट्यूबलाइट फिल्म म्यूजिक के मामले में भी फ्यूज है. रेडियो को छोड़ दिया जाए तो और कोई गाना आपको याद नहीं रहेगा. फिल्म का एंड भी पचाना थोड़ा मुश्किल है. ट्यूबलाइट को सुखद अंत देने के लिए ही इसे फ्रेम किया गया है लेकिन इसे देखने के बाद आप यही कहेंगे- भाई हमें यकीन है कि ये थोड़ा ज्यादा हो गया...