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Agenda Aajtak: आजाद बोले- कश्मीर के 3 पूर्व CM नजरबंद-चौथे पर बंदिश, हालात सामान्य कैसे?

एजेंडा आजतक में कांग्रेस के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर से जुड़े हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिनमें से तीन को नजरबंद कर रखा गया है और चौथे पर बंदिश लगा रखी है. ऐसे में फिर जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य कैसे हैं?

आजतक एजेंडा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद आजतक एजेंडा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 1:38 PM IST

  • आजाद ने धारा 370 हटाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाए
  • 1947 में 12 स्टेट बने थे, जम्मू कश्मीर एक सिंगल स्टेट था

देश के नंबर वन न्यूज चैनल आजतक के 'एजेंडा आजतक' के आठवें संस्करण में कांग्रेस के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद शामिल हुए. 'कितना गुलाम कितना आजाद?' सेशन में गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर से जुड़े हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिनमें से तीन को नजरबंद कर रखा गया है और चौथे पर बंदिश लगा रखी है. ऐसे में फिर जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य कैसे हैं?

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राज्यसभा सदस्य गुलाम नबी आजाद ने कहा कि क्या यह डेमोक्रेसी है आप बताइए. जम्मू-कश्मीर के चार मुख्यमंत्री हैं तीन बंद हैं चौथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जाता है. जिस देश में सदन का विपक्ष का नेता अपने राज्य में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जाएगा. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री कहते हैं कि महज 6 सौ से साढ़े छह सौ नजरबंद हैं. जबकि, हमारे लिहाज से करीब 10 हजार नेता बंद हैं. जहां पूरी लीडरशिप आप जेल में रखोगे और कहोगे कि सबकुछ ठीक है तो मेरी समझ में नहीं आता कि यह कौन सा नया तरीका है. दूसरे नेताओं को राज्य में न जाने दो और कहा जाए कि सब कुछ ठीक है. ये कैसा लोकतंत्र है.

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस की सरकार रहते हुए भी कश्मीर में बहुत से बदलाव किए गए लेकिन वहां की विधानसभा की अनुमति से सभी बदलाव किया. जो कानून हिंदुस्तान में बना वहां भी लागू हुआ लेकिन आपने 370 हटाने का रास्ता ठीक नहीं चुना है.

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जम्मू-कश्मीर विभाजन पर गुलाम नबी आजाद ने बात करते हुए कहा कि यह बिल सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं था. लेकिन जब वहां पेश हुआ तो यह हमारे लिए झटका था. मेरा पहला रिएक्शन था कि मैं 4 घंटे जमीन पर बैठा यह टेलीविजन ने नहीं दिखाया. मैं अपने पूरे कार्यकाल में मैं पहली बार इतनी देर तक जमीन पर बैठा था.

कांग्रेस नेता ने कहा कि 370 को रद्द करना हार्ट अटैक था, आर्मी, सुरक्षा बल लगाकर आपने हार्ट अटैक को रोका. बिल पर संसद में चर्चा होता है, वो बिल को पहले पटल पर रखा जाता है. 370 की हम थोड़ी कल्पना कर सकते थे. लेकिन लद्दाख और जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित राज्य बनाना हैरान करने वाला है.

उन्होंने कहा कि धारा 370 को हटाने की एक प्रक्रिया है. यह तय किया गया था कि आने वाले वक्त में इस पर काम करना था. कांग्रेस की सरकार रहते हुए भी कश्मीर में बहुत से बदलाव किए गए लेकिन वहां की विधानसभा की अनुमति से सभी बदलाव किया. जो कानून हिंदुस्तान में बना वहां भी लागू हुआ लेकिन आपने 370 हटाने का रास्ता ठीक नहीं चुना है. आज राज्यपाल शासन लगाकर कानून को लागू कर रहे हैं. आप खुद ही सब कुछ तय कर रहे हैं. 1947 में 12 स्टेट बने थे, जम्मू कश्मीर एक सिंगल स्टेट था. जम्मू कश्मीर एक स्टेट था. लेकिन आपने उसके टुकड़े कर दिए. आप पूरी फौज लगा कर कहिए वहां प्रदर्शन नहीं हो रहा है.

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