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जब विपक्ष चुप है तो यूनिवर्सिटी विपक्ष की भूमिका निभा रही: कन्हैया कुमार

आजतक के हिंदी जगत के महामंच एजेंडा आजतक के आठवें संस्करण के दूसरे दिन पढ़ाई की लड़ाई सत्र में पूर्व छात्र और सीपीआईएम नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि जिस समय विपक्ष चुप है उस समय यूनिवर्सिटी और छात्र विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं और इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं. लोकतंत्र में सरकार का विरोध करना हर किसी की लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है.

पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार (फोटो-शेखर घोष/इंडिया टुडे) पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार (फोटो-शेखर घोष/इंडिया टुडे)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 8:31 PM IST

  • सरकार का विरोध करना लोकतांत्रिक जिम्मेदारीः कन्हैया
  • कन्हैया बोले- प्रधानमंत्री मोदी जॉर्ज बुश की भाषा बोल रहे

'आजतक' के हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक' के आठवें संस्करण के दूसरे दिन 'पढ़ाई की लड़ाई' सत्र में पूर्व छात्र और सीपीआईएम नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि जिस समय विपक्ष चुप है उस समय यूनिवर्सिटी और छात्र विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं और इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं. लोकतंत्र में सरकार का विरोध करना हर किसी की लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है.

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'एजेंडा आजतक' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत के किसी भी नागरिक का नागरिकता संशोधन बिल से कोई लेना-देना नहीं है, कांग्रेस और उसके समर्थक छात्र को भटका रहे हैं, यह सरासर गलत है और जो विरोध है वो हिंदुस्तान की आवाज नहीं है, इस पर जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि मोदी जी कह रहे हैं कि छात्रों को गुमराह किया जा रहा है. सबसे पहली बात यह है कि विद्यार्थियों को इतना नासमझ समझना सबसे बड़ी नासमझी है. विद्यार्थी कैंपस में पढ़ने के लिए आते हैं और वो देश-दुनिया के बारे में जानने-समझने के लिए आते हैं. उन्हें इस बात की पूरी जानकारी होती है कि क्या गलत है और क्या सही है.

'पढ़ाई की लड़ाई' सत्र में कन्हैया कुमार ने कहा कि जहां तक नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कैंपस में विरोध की बात है तो यहां यह बात साफ होनी चाहिए कि यह कानून अभी-अभी पास हुआ है. इस कानून के आने से पहले ही देश के कई कैंपसों में अलग-अलग मुद्दों को लेकर छात्र सड़कों पर हैं और विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे. छात्रों की मांग है कि कैंपस में उनकी पढ़ाई को महंगा कर दिया गया है.

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उन्होंने कहा कि जेएनयू में भी पढ़ाई महंगी कर दी गई है. अगर फीस वृद्धि लागू हुई तो जेएनयू देश का सबसे महंगा यूनिवर्सिटी बन जाएगा. जेएनयू का अपना डेटा कहता है कि यहां पढ़ने वाले 40 फीसदी छात्रों के परिवार की मासिक आमदनी बेहद कम है. वे अपने-अपने मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे है.

छात्र देश के जिम्मेदार नागरिक: कन्हैया

कन्हैया कुमार ने कहा कि छात्र भी देश के जिम्मेदार नागरिक हैं और वे जिम्मेदार नागरिक बनना चाहते हैं. जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य होता है कि जब देश के संविधान पर हमला हो रहा हो. देश को तोड़ने वाले कानून बनाए जा रहे हों तो ना सिर्फ विद्यार्थियों बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए कि वो इसको लेकर प्रदर्शन करें. हर किसी को इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि ये पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं तो दरअसल प्रधानमंत्री जॉर्ज बुश की भाषा बोल रहे हैं कि जो जॉर्ज बुश के साथ नहीं है वो ओसामा बिन लादेन के साथ खड़ा हैं. लोकतंत्र में सरकार का विरोध करना लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है और इस प्रदर्शन के लिए यूनिवर्सिटी और छात्रों को मैं बधाई देता हूं कि जिस समय विपक्ष चुप है तो उस समय यूनिवर्सिटी और छात्र इस मुद्दे को उठा रहे हैं.

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हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक ' का आज मंगलवार को दूसरा दिन है. आज मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद और पीयूष गोयल, आर्मी चीफ बिपिन रावत, क्रिकेटर युवराज सिंह, हरभजन सिंह, अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, एक्टर अक्षय कुमार, आयुष्मान खुराना समेत कई बड़ी हस्तियां शिरकत कर रही हैं.

'एजेंडा आजतक' के दूसरे दिन 'शाह है तो संभव है' सत्र में गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह हिस्सा लेंगे.

'एजेंडा आजतक' के दूसरे दिन 'ये रास्ते हैं रोजगार के' सत्र में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नागरिकता कानून से उन्हें डरने की जरूरत है जो विदेशी नागरिक हैं. देश के नागरिकों को डरने की कोई जरुरत नहीं है. हालांकि अवैध नागरिकों को डरने की जरूरत है. कुछ लोग इसे गलत तरीके से प्रचारित कर रहे हैं. लोगों को भड़का रहे हैं.

आजतक के महामंच से कार्यक्रम के पहले दिन सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई दिग्गजों ने शिरकत की थी. इस दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने महंगाई और बेरोजगारी समेत कई मुद्दों पर सरकार पर वार किए थे.

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