आजतक के हिंदी जगत के महामंच एजेंडा आजतक के आठवें संस्करण का आगाज सोमवार को हुआ. जिसके 'देर है तो अंधेर है' सेशन में पूर्व न्यायाधीश जस्टिस उषा मेहरा, पूर्व पुलिस आयुक्त नीरज कुमार, मानवाधिकार कार्यकर्ता जॉन दयाल और सुनील गुप्ता शामिल हुए. सत्र के संचालक शम्स ताहिर खान ने शुरुआत में ही सवाल पूछा कि हैदराबाद एनकाउंटर के बाद लोगों में खुशी देखी गई, पुलिसवालों पर फूल बरसाए गए और तो और मिठाइयां बांटी गईं. क्या जनता का न्याय प्रणाली पर से विश्वास उठ रहा है? जानिए क्या मिला जवाब.