'एजेंडा आजतक' के महामंच से दो दिनों तक कई बड़े मुद्दों पर चर्चा होगी. शुक्रवार को इस महामंच पर राजनीति से लेकर मनोरंजन और इतिहास से लेकर विज्ञान तक के मुद्दों पर चर्चा की गई. आज के इस महामंच में हुई कुछ खास बातों को हम आपको बताने जा रहे हैं.
Vikas Ka Expressway सत्र में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पेट्रोल की गाड़ी पर अगर खर्च 20,000 रुपये आएगा तो इलेक्ट्रिक गाड़ी पर ये खर्च 1500 से 2000 रुपये होगा. इससे आपकी महीने की 18000 रुपये की बचत होगी. उन्होंने कहा कि देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बन रहे हैं. दो साल में सड़क के जरिए दिल्ली से श्रीनगर 8.5 घंटे में पहुंचेंगे. सड़क बनाने में हम ट्रांसपरेंट, रिजल्ट ओरिएंटेड, टाइम बाउंड और क्वालिटी कान्शियस हैं.
Rashtra Ya Rashtravad सेशन में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार, हार्दिक पटेल और ABVP सेंट्रल वर्किंग कमेटी के साकेत बहुगुणा ने शिरकत की. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और कन्हैया कुमार के बीच इस दौरान नोकझोंक देखने को भी मिली. संबित पात्रा ने कहा कि हम लोगों को एजुकेशन का सर्टिफिकेट व्यवहार से देना चाहिए. हम लोगों को मुर्गा लड़ाने वाला काम नहीं करना चाहिए. इसके जवाब में कन्हैया कुमार ने कहा कि ये रोज मुर्गा लड़ाते हैं. इसी वजह से ये आईटीडीसी का चेयरमैन बने हैं.
'किसान बहाना मोदी निशाना' सत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने शिरकत की. पीएम मोदी और सरकार किसानों को क्या-क्या नहीं समझा पाए, इसके जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को यह कहते हुए वापस लेने की घोषणा की हम किसानों को समझा नहीं पाए. सुरजेवाला ने कहा कि किसानों को ये भी नहीं समझा पाए कि किसान को मिलने वाला उचित मुआवजा कानून खत्म कर दिया गया. फसल बीमा योजना प्राइवेट बीमा कंपनी क्यों बना दी गई, ये तीन कृषि कानून क्यों लेकर आए. वहीं, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने भी अपनी बातें इसे मुद्दे पर बेबाकी से रखी.
नई उड़ान सत्र में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिरकत की. Omicron कितनी बड़ी चुनौती है? इस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमें ऐसी चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए. अभी दुनिया में जीनोम सिक्वेंसिंग के आधार पर इसकी तहकीकात हो रही है, लेकिन हमें इसके लिए सावधान रहना चाहिए. हमने संक्रमण वाले 11 देशों को चिह्नित कर इन देशों से आने फ्लाइट पर विशेष निगरानी है और यात्रियों को रैपिड आरटीपीसीर करने के बाद एयरपोर्ट से आने दिया जा रहा है. करीब 8.5 हजार यात्रियों का टेस्ट किया गया है. कनेक्टिविटी जरूरी है, तो सेफ्टी और सुरक्षा भी जरूरी है. क्या रिस्क वाले देशों से आने वाली फ्लाइट पर रोक लगाई जा सकती है? इस पर उन्होंने कहा कि अभी ये ऑनगोइंग प्रोसेस है और जरूरत पड़ने पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. लगातार बदलाव होगा.
'Kriti Ki Kirti' सेशन में एक्स्ट्रेस कृति सेनन ने शिरकत की. आजतक एजेंडा में कृति सेनन ने अपनी निजी जिंदगी और करियर के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि कई बार उनके साथ ऐसा होता है कि उन्हें लोगों के बारे में बाद में चीजें पता चली हों. कृति कहती हैं कि वह जल्दी लोगों पर विश्वास कर लेती हैं. यह उनके लिए कई बार अच्छा साबित नहीं हुआ है. कृति ने अपने करियर के बारे में बताया कि वह साउथ की फिल्मों में रट्टा मारकर काम किया करती थीं. उन्हें हिंदी फिल्में ज्यादा सहज लगती हैं.
महंगाई का मुद्दा! सेशन में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शिरकत की. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने महंगाई के सवाल पर कहा कि हम 19 महीने के कोविड काल के बाद बाहर निकल रहे हैं. ग्लोबल इकोनॉमी में बहुत कुछ हुआ है. इसे हमें नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फ्यूल प्राइसेस से भारत का प्रभावित नहीं होना असंभव है. केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें बढ़ती हैं तो उसका प्रभाव भारत पर भी पड़ता है. वहीं, मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार की आर्थिक सोच सिर्फ कुछ उद्योगपतियों के लिए है.
'Mama Raaj' सेशन में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिरकत की. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर मेरे मित्र एक्टर या डायरेक्टर कहते हैं तो साफ नजर आता है कि उनका विरोध कितना छिछला है. वे काम पर विरोध नहीं कर पाते हैं. अगर हम किसानों के खाते में डेढ़ साल में एक लाख 50 हजार करोड़ रुपये डालते हैं तो वे कहते हैं कि ये एक्टर हैं. अगर हम गरीबों के लिए संबल जैसी योजना को चालू करके लाखों लोगों की जिंदगी बदल देते हैं, तब भी वे मुझे एक्टर कहते हैं. इस एक्टिंग में मुझे कोई आपत्ति नहीं है और गर्व है कि अपनी जनता की सेवा के लिए बेहतरी के लिए काम कर रहा हूं. तो वे एक्टर कहें तो मुझे एक्टिंग पसंद है.
हम आपके हैं कौन? सत्र में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुधांशु त्रिवेदी ने शिरकत की. इस सत्र में ओवैसी बीजेपी के एजेंट हैं या समाजवादी पार्टी के सवाल पर खुद जवाब दिया. वहीं, जब एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख से यूपी के सीएम पर निशाना साधते हुए खुद की तुलना 'लैला' से किए जाने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि आप पहले ये तय कर लीजिए कि मैं क्या हूं. उसके बाद आप सर्टिफिकेट दे दीजिए. दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी ने यह तुलना 'मिशन यूपी' पर रहने के दौरान की थी. वहीं, असदुद्दीन ओवैसी द्वारा खुद की तुलना लैला से किए जाने पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मुस्लिम लैला बन गए हैं. इन दिनों उनके कई मजनूं खड़े हो गए हैं. उन्होंने कहा कि एक मजनूं समाजवादी पार्टी है, दूसरी कांग्रेस पार्टी है. उन्होंने कहा कि ऐसे कई मजनूं हैं.
Ye Dil Maange More! सेशन में किसान नेता राकेश टिकैत और बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर पहुंचे. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कानून खत्म होने से किसानों की 'बीमारी' खत्म नहीं हुई है. टिकैत ने कृषि कानूनों की तुलना कोरोना जैसी बीमारी से की. उन्होंने कहा कि कोविड की भांति कानून का इलाज तो हो गया लेकिन अब किसानों की दूसरी बीमारियों के उपचार की भी जरूरत है. उन्होंने कहा कि कृषि कानून कोरोना की तरह थे, किसानों की दूसरी 'बीमारी' का भी इलाज हो.
Bill Atka, Krishi Sudhaar Latka! सेशन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कभी-कभी फैसला व्यापक दृष्टिकोण के आधार पर देश को सामने रखकर लेना जरूरी होता है. कृषि कानून भारत सरकार किसानों की भलाई के लिए लाई थी. सारा देश इस बात का साक्षी है कि कृषि कानून के अंतर्गत कृषि उत्पादन पर टैक्स खत्म हो जाए तो इस कानून में क्या कमी हो सकती है. ऐसा कानून जो वैकल्पिक हो, उस पर किसे क्या शिकायत हो सकती है? किसान अपना उत्पादन कहीं पर भी बेचने को स्वतंत्र है. इस दृष्टि से सरकार ये कानून लेकर आई थी.
''सबसे बड़ी जीत के 50 साल'' के सेशन में थलसेना अध्यक्ष एमएम नरवणे ने बतौर सैनिक अपनी कई यादें शेयर कीं. उन्होंने सीमा पर 1971 के युद्ध की बात करते हुए कहा कि जब हम सेना के इतिहास को पढ़ते हैं तो पाते हैं कि मार्च के अंतिम दिनों में ही युद्ध की खबर हो गयी थी. उन्होंने कहा कि जीत भारत की तीनों सेना की थी, देश की थी. उन्होंने कहा कि हालांकि उस दौर का युद्ध और अब समय में बेहद फर्क है. अब टी-20 है. आज के जमाने में शायद 1971 न देखने को मिले.
संविधान की शपथ! सेशन में पश्चिम बंगाल को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि वहां हालत चुनौतीपूर्ण हैं. वहां के हालात चिंताजनक हैं. उन्होंने कहा कि राज्यपाल मुख्यमंत्री से कोई भी जानकारी मांग सकता है. दो साल से ममता सरकार से जानकारी मांग रहे लेकिन एक भी जानकारी नहीं मिली. उन्होंने कहा कि राज्य में इतनी भयानक हिंसा हुई, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया. ऐसे में एक राज्यपाल होते हुए मैं कैसे चुप रहता. लोगों में इतना डर है कि वो उस डर के मारे बंगाल के डर की बात नहीं कर पाते. उन्होंने ममता सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में संविधान का पालन नहीं हो रहा है.
''सिंहासन छत्तीसी'' सेशन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंचे. यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ के विकास के साथ साथ राज्य में राजनीतिक अटकलों को भी इशारा दे दिया कि यहां कांग्रेस सरकार में कुछ भी हलचल नहीं है. सरकार यहां अपना पूर्ण कार्यकाल निभाएगी. पीएम आवास योजना को लेकर केंद्र से तनातनी पर सीएम बघेल ने कहा कि पीएम आवास की अगर बात करें तो उसमें चालीस फीसदी यदि राज्य सरकार देगी तो किस बात का पीएम आवास? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से तकरीबन पन्द्रह से बीस हजार करोड़ रुपए लेना है अगर हमारा हिस्सा वो हमें दे देते हैं तो कितनी ही मुश्किलें आसान हो जाएगी. उन्होंने मंच पर साफतौर पर केंद्र सरकार पर राज्य का पैसा रोकने का आरोप लगाया है.
''जीना इसी का नाम है'' सेशन में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने भी शिरकत की. यहां उन्होंने कोरोना काल में उनके द्वारा जरुरतमंदों की मदद करने पर चर्चा की. वहीं उन्होंने फ़िल्मी दुनिया में अपने सफ़र पर भी बात की. उन्होंने कहा कि मेरे लिए मेरा सोनू सूद मेरा ईश्वर है. वहीं मंच पर सोनू सूद के साथ EBIXCASH के सीईओ रॉबिन रैना भी मौजूद रहे. मंच पर सोनू सूद का नाम राजनीति से जोड़े जाने पर बात करते हुए कहा कि राजनीति बहुत कमाल का फील्ड है. बहुत अच्छा लगता है जब लोग कहते हैं कि आप जो काम अभी कर रहे हैं उसे राजनीति में आकर करेंगे तो और बेहतर होगा. हालांकि इस दौरान खास बात यह रही सोनू सूद ने राजनीति में आने को लेकर इनकार भी नहीं किया. सोनू ने कहा कि नेता कमाल का वो जिसे लोग पकड़ कर सत्ता की कुर्सी पर बिठा दे.
''सुपर कियारा'' सेशन में बॉलीवुड की फेमस अभिनेत्री कियारा आडवाणी भी पहुंची. जहां उन्होंने अपनी हाल ही में आई फिल्म शेरशाह पर बात की. कियारा ने मंच पर फिल्म में अपने किरदार पर बातचीत की. कियारा ने यहां डिंपल चीमा के किरदार के लिए खुद को कैसे तैयार किया? इस पर चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फिल्म में डिंपल का किरदार निभाना मेरे लिए खुशनसीबी ही है. वहीं फिल्म कबीर सिंह में क्रिटिक्स की नजर में घिरे 'स्लैप' पर कियारा ने कहा कि हालांकि ऐसा होना गलत है, लेकिन फिल्म में वो अपनी जरुरत के हिसाब से था और वो सीन क्यों था इसके लिए फिल्म को देखना ही होगा.
''इकॉनमी का बूस्टर डोज़'' सेशन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर सरकार की तैयारियां और अन्य मुद्दों पर चर्चा की. कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि सरकार कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर चिंतित भी है और सतर्क भी. वहीं कोरोना की वजह से हुई इकॉनमिक नुकसान पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम जल्द ही रिकवर करेंगे, और हम कर रहे हैं. वहीं कार्यक्रम में वित्त मंत्री विपक्ष पर भी हमलावर रहीं. विपक्ष को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस की सरकार है वहां वो अपने राज्य की चिंता क्यों नहीं करते हैं, अगर वो वहां ध्यान देंगे तो देश को मदद मिलेगी. वहीं कृषि कानून वापसी से सरकार पर कोई असर पड़ सकता है, सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे कोई असर नहीं आने वाला.
सारा देश अपना है और हमें पूरे देश के बारे में सोचना है. इसी बात के साथ आजतक के महामंच एजेंडा आजतक पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी बात शुरू की. कई राज्यों में आगामी चुनाव को लेकर भी सीएम केजरीवाल ने मंच पर चर्चा की. पंजाब को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जितने भी वादे किये उन्हें पूरा नहीं किया. इसी बीच वो पंजाब में चन्नी साहब को ले आए और वो भी सिवाए ऐलान के कुछ नहीं कर रहे. वहीं अमरिंदर सिंह के जाने पर उन्होंने कहा कि इससे पंजाब को नुकसान हुआ है.