
Agenda AajTak 2024: गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को आजतक के कार्यक्रम एजेंडा आजतक के मंच पर पहुंचे. गृह मंत्री ने 'शाह है तो संभव है' सत्र में अडानी मामले पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि बोफोर्स इनसे इसलिए चिपका क्योंकि जीप कांड से लेकर तमाम इनके साथ चिपके हुए थे. विपक्ष यह आरोप लगा रहा है कि अडानी मुद्दे पर सरकार चर्चा नहीं चाहती इसलिए संसद नहीं चलने दे रही. इसे लेकर सवाल पर अमित शाह ने कहा कि पांच दिन से तो संसद चल ही रही है. कल कर लीजिए बहस. हमारे पास कुछ भी छिपाने को नहीं है.
गृह मंत्री ने कहा कि फर्जी आरोप बीजेपी पर लगा दोगे, ये हमारी पार्टी का कल्चर नहीं है. कांग्रेस को कहना चाहता हूं कि याद कीजिए अपने 10 साल. सुषमा जी बखिया उधेड़ देती थीं. कोर्ट में क्यों नहीं जा रहे हो. क्या हुआ पेगासस में. कोर्ट ने फोन मांगा तो नहीं दिए. इस देश में कोर्ट भी है.
यह भी पढ़ें: 'उद्धव ठाकरे ने CM बनने के लिए हमारे और महाराष्ट्र की जनता के साथ धोखा किया', बोले अमित शाह
निजी बात नहीं कहना चाहता!
जब राफेल पर आरोप लगाए तब तो आपने गलत कहा और अब उसी को लेकर वो आरोप लगा रहे हैं तब कह रहे हैं कि ये संस्था ठीक नहीं है. इस पर अमित शाह ने कहा कि वह बाहर की बातों पर जर्सी पहन कर आ जाते हैं. उनका प्रेरणास्रोत ही बाहर है. मुझे तो पता है, मुझे आश्चर्य नहीं है. मुझे पता है. छोड़िए निजी बात नहीं कहना चाहता.
प्रियंका गांधी की डेब्यू स्पीच में संस्थानों को कमजोर करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि इनका आरोप है कि सारी दुनिया मोदी सरकार के कब्जे में है. 25 से ज्यादा हाईकोर्ट हैं, वो भी मोदी सरकार के कब्जे में है. विजिलेंस कमिश्नर भी मोदी सरकार के कब्जे में हैं. आपकी जब सरकार थी, तब आपके ही संस्थानों ने सारे घपले घोटाले उजागर किए थे.
पराजय से निराश नहीं होना चाहिए!
चुनाव नतीजों को लेकर सवाल पर अमित शाह ने कहा कि लोकसभा में ट्रेजरी बेंच पर कौन बैठा है, मोदी जी बैठे हैं. 14, 19 और 24, तीनों में मिलाकर कांग्रेस जितनी सीटें नहीं जीत पाई है, उतनी हम इस बार जीतकर आए हैं. पराजय से निराश नहीं होना चाहिए और विजय से अहंकारी नहीं होना चाहिए. लेकिन पहली बार देख रहा हूं कि कोई व्यक्ति पराजय से अहंकारी होता है.
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में लोकसभा के बाद कैसे किया विधानसभा चुनाव में बड़ा टर्न अराउंड? देखें अमित शाह का जवाब
303 और 240 की सरकार में क्या फर्क है, इस पर अमित शाह ने कहा कि उस वक्त भी कहते थे कि वन नेशन वन इलेक्शन आएगा, आज भी कहते हैं. वक्फ कानून बदलेंगे, आज भी कहता हूं. नक्सलवाद समाप्त होगा, आज भी कहता हूं. तीसरी विकसित अर्थव्यवस्था बनाएंगे, आज भी कह रहा हूं. हम राजनीति में एक मिशन लेकर निकले हैं, हमारे लिए भारत माता के अलावे कोई मायने नहीं है.