
एजेंडा आजतक में दूसरे दिन के सेशन "भाजपा के यादव जी" में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शिरकत की. मोहन यादव के मुख्यमंत्री के कार्यकाल को एक साल का वक्त हो गया है. इसमें उन्होंने अपने कामों और वादों का जिक्र किया. मुख्यमंत्री के वादों में प्रदेश में दूध उत्पादन बढ़ाने का वादा भी शामिल है.
मध्य प्रदेश पूरे देश में हो रहे दूध उत्पादन का 9 प्रतिशत हिस्सेदार है, जिसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की योजना है. लेकिन ये वादा कैसे पूरा होगा, इस पर मोहन यादव ने खुलकर बात की. मोहन यादव में कहा, "हमको मौजूदा समय में भारत के बाहर भी निगाह दौड़ानी पड़ेगी. ब्राजील में दूध उत्पादन क्षमता जिस प्रकार से दुनिया के सामने दिखाई देती है, उसकी वजह गीर नस्ल की गाय है, जो भारत से उनके पास गई है. इससे उन्होंने अपनी इकॉनमी बदल ली. ये 150 साल पहले हमारे यहां से गई है."
गायों की इन नस्लों से बढ़ेगा दूध का उत्पादन
"गीर गुजरात की नस्ल है. गीर हो, साहिवाल हो या थारपरकोर हो, इन गायों की नस्लों से दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा. एमपी के संदर्भ में मैं कहूंगा कि यहां भौगोलिक रूप से 31 प्रतिशत वन है. राजस्थान के बाद दूसरा बड़ा राज्य हमारा है. हमारी भौगोलिक क्षमता अधिक है. कृषि उत्पादन में 25 प्रतिशत उन्नति कर ली, इससे आगे अब ठहराव आने वाला है."
"इसलिए किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूध उत्पादन से उनके जीवन से बदलाव लाएंगे. इसलिए किसी दूसरी योजना की बजाय गरीब किसानों को, पशुपालकों की आय बढ़ानी है तो उनको दूध उत्पादन में लगाना पड़ेगा. प्राचीन काल में तो ये कहा जाता था कि यहां दूध-घी की नदियां बहा करती थीं, तो मध्य प्रदेश में भी और देश में दूध उत्पादन की बड़ी संभावनाएं हैं."