
एजेंडा आजतक 2021 (Agenda Aajtak 2021) में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शिरकत की और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां के बदले हालात के बारे में विस्तार से बताया. मनोज सिन्हा ने कहा कि बदलाव की शुरुआत उसी दिन से हो गई जब वंचित लोगों को अधिकार मिलना शुरू हो गया. आदिवासी समुदाय को खेती के लिए जमीन मिलने लगी. हमारे स्वीपर भाई बहन लोग स्वीपर के अलावा कोई काम नहीं कर सकते थे. जिन लोगों ने 70-72 साल तक मौलिक अधिकारों को खोया था, उन्हें उनका अधिकार मिलने लगा.
उन्होंने आगे कहा, '2018 में 67 हजार करोड़ खर्च करके कई प्रोजेक्ट पूरे किए गए थे. इस साल कम खर्च करके ज्यादा प्रोजेक्ट पूरे किए गए हैं. ऐसा क्यों हुआ, क्योंकि ट्रांसपरेंसी आई है. जम्मू कश्मीर में 3 मेडिकल कॉलेज थे, आज 4 और मिले हैं. ये सब बदलाव हो रहे हैं. लेकिन कुछ लोग हैं जिनके चश्मे के पावर कम हैं उन्हें ये नहीं दिखेगा. उन्होंने कहा कि मैं प्रशासन और सरकार की नीति के बारे में बताना चाहता हूं कि समाज के अंतिम लोगों तक विकास पहुंचेगा.'
मनोज सिन्हा ने कहा कि हमारा प्रशासन शांति स्थापित करने में विश्वास करता है. अब वहां के आवाम को कोई दिक्कत नहीं है. सांस्कृतिक विरासत के कारण कश्मीर जाना जाता है और अब रुपहले पर्दे पर अब जम्मू-कश्मीर दोनों दिखेंगे.
उपराज्यपाल से सवाल पूछा गया कि बंदूक की नोक पर आप शांति का ऐलान नहीं कर सकते. तो मनोज सिन्हा ने कहा कि आर्मी की संख्या कहां बढ़ी है? अगर एक किलिंग हो जाएगी तो तमाम लोग कहेंगे कि ये सरकार रोक नहीं पा रही. किसी भी बेगुनाह के साथ गलत नहीं होगा. हैदरपुरा कांड की जांच हो रही है. अगर कोई निर्दोष मारा गया है तो आरोपी को सजा जरूर मिलेगी. उन्होंने साफ किया कि कश्मीर में बात उसी से होगी, जिसकी आस्था भारत के तिरंगे में होगी.
उन्होंने टूरिज्म के बारे में बताते हुए कहा, 'वहां पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. मैं आश्वस्त कर रहा हूं देश को कि आप आइए, आप सुरक्षित हैं. कितनी फ्लाइट बढ़ गई श्रीनगर की, वो कहने की जरूरत नहीं है. आप आज बुकिंग करके देखिए. इससे अंदाजा हो जाएगा.'