
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि रेलवे से इकोनॉमी में सुधार संभव है, लेकिन इकोनॉमी में रेलवे की भागीदारी हो, इससे पहले रेलवे में सुधार की जरूरत है. रेलवे में इकोनॉमी को गति देने की पूरी ताकत है.
'एजेंडा आजतक' (Aajtak Agenda 2021) कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सभी सुविधाएं मिले, सरकार की पहली प्राथमिकता है. शहर के हिसाब से रेलवे स्टेशनों को बनाने की जरूरत है. जब रेलवे स्टेशन रिजनल कल्चर से जुड़कर बनेगा तो वो ज्यादा बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि करीब 40 रेलवे स्टेशनों का डिजाइन बनकर तैयार है. जो आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हमसे कहा है कि इस तरह से रेलवे स्टेशनों से विस्तार होना चाहिए. जो अगले 50 सालों के लिए हो. हालांकि उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन वर्षों में ढाई सौ से तीन सौ रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होने वाला है.
रेलवे का निजीकरण नहीं होगा
सरकारी कंपनियों के निजीकरण के सवाल पर रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे को प्राइवेट के हाथों में सौंपने का सवाल नहीं उठता है. रेलवे का कभी भी निजीकरण नहीं किया जाएगा. दुनियाभर में रेलवे सरकार चलाती है, और यहां भी सरकार ही चलाएगी.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई दिक्कत न हो, सरकार की यही पहली प्राथमिकता है. इस कड़ी में सरकार ने गत वर्षों मे कई कदम उठाए हैं. अश्विनी वैष्णव की मानें तो उन्हें तीन मंत्रालय मिला है, और वो अपना बेहतरीन देने की कोशिश कर रहे हैं.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम करना एक शानदार अनुभव है, उन्हें हर मंत्रालय के बारे में अच्छे से पता है. वो हर मंत्रालय के बीरीकियों पर गौर करते हैं. विकास को लेकर उनका अलग विजन है.
सोशल मीडिया पर लगाम जरूरी
संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) का कहना है कि आज की तारीख में हर किसी तक आसानी से सोशल मीडिया (Social Media) की पहुंच है. कुछ लोग इसका गलत फायदा भी उठा रहे हैं. लेकिन इस पर लगाम जरूरी है, और इसकी शुरुआत हो चुकी है.