
Agenda Aajtak 2021: बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) अन्य नेताओं के साथ शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित 'एजेंडा आजतक' के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान मंच पर कन्हैया और संबित पात्रा के बीच में तीखी बहस देखने को मिली. कन्हैया कुमार ने कार्यक्रम में संबित पात्रा के हाल में आईटीडीसी का चेयरमैन बनाए जाने का मुद्दा उठाया तो संबित भड़क गए. उन्होंने अपनी क्वालिफिकेशन बताते हुए कहा कि 50-50 सालों में थीसिस करने वाले पूछेंगे कि यूपीएससी करने वालों की क्वालिफिकेशन क्या है?
कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कन्हैया कुमार ने संबित पात्रा पर आरोप लगाया कि ये राष्ट्र के नाम पर अपनी व्यक्तिगत जेब भरते हैं. उन्होंने कहा, 'ये टीवी पर रोज आकर राष्ट्र-राष्ट्र करते हैं और अभी हाल ही में आईटीडीसी का चेयरमैन बनाया गया है. यह इनका व्यक्तिवाद है और इसी से हमें परेशानी है. हम कलेक्टिव अंडरस्टैंडिंग में विश्वास करते हैं.' राष्ट्र या राष्ट्रवाद के विषय पर हुए कार्यक्रम में कन्हैया कुमार ने कहा कि संबित पात्रा की पार्टी की एक नेता ने कहा कि आजादी 99 साल की लीज पर है. इसीलिए कहता हूं कि ये न तो आजादी को मानते हैं और न ही संविधान को मानते हैं. कोई भी राष्ट्र जो नियम-कानून से चलेगा, उसकी जो पुस्तिका देश का संविधान है.
ITDC चेयरमैन का जिक्र, संबित ने बताई क्वालिफिकेशन
आईटीडीसी का चेयरमैन बनाए जाने को लेकर जब कन्हैया कुमार ने संबित पात्रा पर तंज कसा तो वह भड़क गए. संबित ने अपनी क्वालिफिकेशन तक बताई. बीजेपी प्रवक्ता संबित ने कहा कि हम लोगों को एजुकेशन का सर्टिफिकेट व्यवहार से देना चाहिए. हम लोगों को मुर्गा लड़ाने वाला काम नहीं करना चाहिए. कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने इसका जवाब देते हुए कहा कि ये रोज मुर्गा लड़ते हैं. इसी वजह से ये आईटीडीसी के चेयरमैन बने हैं, जिसके जवाब में संबित पात्रा ने कहा, 'मैं पिछले चेयरमैन से ज्यादा पढ़ा-लिखा हूं. मैंने एमबीबीएस किया, लंदन से एमआरसीएस किया और फिर यूपीएससी पास की. आप लोगों द्वारा डॉक्टरों की क्यों बेइज्जती की जाती है? जो लोग 50-50 साल तक थीसिस करते हैं, वे यूपीएससी वालों से पूछेंगे कि क्वालिफिकेशन क्या है?'
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर संबित ने बोला हमला
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर संबित पात्रा ने कन्हैया कुमार पर हमला बोला. कार्यक्रम में संबित पात्रा ने कहा, 'देश संविधान से चलेगा, यह सही बात है. संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि भारत माता की जय बोलना है या फिर राष्ट्रवाद क्या होता है. उसमें तो यह भी नहीं लिखा है कि यदि पिताजी और माताजी के पैरों में दर्द हो तो बेटे को पैर दबाने चाहिए. लेकिन जब भी आपकी मां बीमार पड़ती हैं तो उसे अस्पताल लेकर जाते हैं. संविधान में राष्ट्रवाद नहीं है तो 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' बोलेंगे. यदि आप यह बोलेंगे तो जेल जाएंगे और चक्की भी पीसेंगे. वहीं शर्जील इमाम कहेगा कि हम असम को हिन्दुस्तान से अलग कर देंगे. आखिर किसमें दम है, जो हिन्दुस्तान को काटे.'' इसके जवाब में कन्हैया कुमार ने कहा कि साल 2016 से संबित पात्रा यही बोल रहे हैं, लेकिन कुछ हो ही नहीं रहा है.