
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कुछ वक्त पहले सड़क बनाने के लिए रास्ते आने पर अपने ससुर का मकान भी गिरा देने की बात कही थी. 9वें एजेंडा आजतक में जब उनसे इस बयान को लेकर पत्नी के रिएक्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हां घर पर उन्हें नाराजगी झेलनी पड़ी थी.
गडकरी ने कहा कि नागपुर के पास रामटेक में जब वो रोड बना रहे थे, तब रास्ते में उनके ससुर का मकान आ गया. उस समय जिस अधिकारी के पास रोड बनाने का जिम्मा था, उसने कहा कि रास्ते में आपके ससुर का मकान भी है, तो मैंने कहा कि कांग्रेस हो, भाजपा हो या शिवसेना या कोई और, रास्ता बनाने में जिसका भी मकान आए तो उसे बुलडोजर चला कर खत्म करो.
पत्नी ने जताई थी नाराजगी.
जब उनसे पूछा गया कि इसे लेकर घर पर क्या प्रतिक्रिया हुई. तो उन्होंने कहा कि घर पर बहुत नाराजगी हुई, लेकिन मेरी पत्नी ने बोला कि अगर तोड़ना ही था मकान, तो पहले बता देते, हम खुद गिरवा देते, ऐसे बुलडोजर से तुड़वाना नहीं चाहिए था.
तोड़ना पड़ा राव इंद्रजीत सिंह के ससुर का मकान
इसी बात के संदर्भ में गडकरी ने कहा कि अभी जो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे बन रहा है. उसमें राव इंद्रजीत सिंह के ससुर का मकान भी रास्ते में आ रहा था. इस बार उनकी मदद से उन्हें समझाया और इसका समाधान निकाला.
उन्होंने कहा कि देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बन रहे हैं. दो साल में सड़क के जरिए दिल्ली से श्रीनगर 8.5 घंटे में पहुंचेंगे. सड़क बनाने में हम ट्रांसपरेंट, रिजल्ट ओरिएंटेड, टाइम बाउंड और क्वालिटी कान्शियस हैं. सरकार ने रोड बनाने के लिए पैसा उधार लिया है जो उसे चुकाना है और ब्याज देना है. इसलिए टोल लगाना पड़ता है.वहीं अब सरकार देश के छोटे छोटे लोगों के पैसे से सड़क बनाएगी.
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