किसान आंदोलन को शुरू हुए एक साल से ज्यादा हो चुका है. 5 जून 2020 को तीन कृषि कानूनों का अध्यादेश आने के बाद से ही किसान इसके खिलाफ थे. उसके बाद देश के अलग अलग हिस्सों से भारी संख्या में किसान दिल्ली के लिए कूच करने लगे. राजधानी में एंट्री बैन होने पर किसानों ने दिल्ली के बॉर्डर पर ही अपना डेरा जमा लिया और ठंड, बारिश, कोहरे, गर्मी, लू इत्यादि को झेलते हुए अपनी मांगों पर डटे रहे. देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी किसानों का ये आंदोलन काफी चर्चा में रहा और कई देशों ने भारत के किसानों और मांगों का समर्थन भी किया. इसके जवाब में भारत सरकार ने कहा कि ये देश का आंतरिक मामला है और किसी को भी इसमें दखल देने का कोई हक़ नहीं है. देखें कब और कैसे शुरू हुआ किसान आंदोलन और कैसे ये हो गया देश विदेश में इतना चर्चित.