
'आजतक' के ई-एजेंडा कार्यक्रम में बिहार के कैबिनेट मंत्री संजय झा ने कोरोना महामारी को देखते हुए बिहार सरकार की तैयारियों के बारे में विस्तार से बात की. संजय झा ने कहा कि बिहार सरकार सिर्फ बिहार में ही नहीं बल्कि बिहार से बाहर फंसे मजदूरों की भलाई में भी दिन-रात लगी है और उनके खाते में पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं.
ई-एजेंडा कार्यक्रम में संजय झा ने कहा कि बिहार सरकार बाहर फंसे या बिहार पहुंचे मजदूरों और कोटा में फंसे छात्रों के बारे में लगातार सोच रही है. उन्होंने कहा, जो भी मजदूर बाहर से आया है, उनके काम का इंतजाम किया जा रहा है. कई मजदूर काम पर लग भी गए हैं. जिनका जॉब कार्ड नहीं आया है, उनका बनाया जा रहा है, ताकि उनकी मदद हो सके. मंत्री संजय झा ने कहा, लॉकडाउन खुलते ही जो भी लोग बाहर से आएंगे, उनके काम का इंतजाम होगा. मजदूरों के मद में बिहार सरकार ने अब तक छह हजार करोड़ रुपये दिए हैं. उन्होंने कहा, 20 लाख से ज्यादा मजदूरों के खाते में पैसा जाएगा. जो मजदूर प्रदेश से बाहर हैं, उनके खाते में भी पैसा डाला जा रहा है.
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बिहार में कोरोना वायरस की टेस्टिंग के बारे में संजय झा ने कहा, विदेश से जो लोग लौटे हैं, उसे देखते हुए टेस्टिंग पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फिलहाल बिहार में 1 हजार टेस्ट हर दिन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, पोलियो अभियान की तरह पौने चार करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. यह काम एक हफ्ते में किया गया है. बिहार के मंत्री ने कहा, 23 हजार लोग विदेश से लौट कर आए, इसलिए उनके गांवों की स्क्रिनिंग की गई. इतना ही नहीं, आसपास के गांवों के लोगों का जांच भी कराया गया. विदेश से आए लोगों के गांव के आसपास आशा वर्कर्स से स्क्रीनिंग का काम पूरा किया गया.
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