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जी-20 के लोगो में कमल पर विपक्ष के सवालों का पीयूष गोयल ने दिया ये जवाब

आजतक G-20 समिट में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शिरकत की. उन्होंने जी-20 की भारत के अध्यक्षता करने पर बात की और विपक्ष के आरोपों का खुलकर जवाब दिया. गोयल ने कहा, यह चीज को चुनाव के दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए. यह कुछ पार्टी को डुबो देती है. उनकी यह हालत हो जाती है कि नेता विपक्ष चुनने के लिए भी सीटें नहीं आती हैं.

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 7:12 PM IST

आजतक G-20 समिट में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जी-20 पर अंदरुनी राजनीति को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला. गोयल से पूछा गया कि जी-20 के लोगो में लोटस (कमल का निशान) रखे जाने पर विपक्ष को आपत्ति है. आप चुनाव जीतने की कोशिश करेंगे और प्रचार में इस्तेमाल करेंगे? इस सवाल पर गोयल ने कहा, इसके लिए हमें इतिहास में जाना पड़ेगा. देश का नेशनल फ्लावर किसने चुना था? तब मोदी जी थे क्या? मैं ये बात जानना चाहता हूं? जब यह चुना गया तब मोदीजी थे? तब किस पार्टी और परिवार की सरकार थी. 

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गोयल ने आगे कहा, वहां (कांग्रेस) तो पार्टी और परिवार एक ही है. अपने आप सोचें कि उन्होंने 75 साल पहले गलती की होगी. भारतीय जनता पार्टी को कमल का निशान देना... उस समय कांग्रेस पार्टी की सरकार थी. किस परिवार का नेतृत्व था और तब कौन प्रधानमंत्री था? गोयल ने कहा, 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई थी. जब हमारी पार्टी बनी, तब कांग्रेस की सरकार थी और इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं. उस समय हमें लोटस का सिंबल मिला. लोटस देश के गौरव का प्रतीक है. शायद कोई दिव्यशक्ति हो कोई.

'चुनाव के दृष्टिकोण से ना देखें जी-20'

गोयल से यह भी पूछा गया कि पीएम मोदी अपने भाषण में जी-20 को लेकर उपलब्धि बताते हैं. क्या यह प्रचार का हिस्सा रहेगा? गोयल ने कहा, यह चीज को चुनाव के दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए. यह कुछ पार्टी को डुबो देती है. उनकी यह हालत हो जाती है कि नेता विपक्ष चुनने के लिए भी सीटें नहीं आती हैं. 

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'9 साल से बिना भेदभाव के काम कर रहे'

2014 और 2019 में सरकार बनने के लिए पहली मीटिंग में स्पष्ट शब्दों में यही कहा कि आपको पूरे का प्रतिनिधित्व करना है. बिना भेदभाव के काम करना है. पूरे देश की चिंता करना है. 9 साल तक हमने किसी तरह का भेदभाव नहीं किया. ना जाति, ना क्षेत्र, ना भाषा और ना किसी पार्टी के. जी-20 लंबी कड़ी का एक अंग है. इससे कोई हार-जीत नहीं होने वाली है. 9 वर्ष तक हमने काम किया और लोग इसके सहभागी हैं. 

कोविड में हम पहले देश थे जिसने वर्क फ्रॉम होम के बारे में सोचा और लागू किया- पीयूष गोयल

'वर्क फ्रॉम का फॉर्मूला मोदीजी ने ही दिया'

गोयल ने कहा, G-20 अब एक आंदोलन बन चुका है. आज गांव-गांव में लोग जानते हैं कि अपने यहां कोई बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है. पीयूष गोयल ने बताया कि भारत की सोच को दुनिया के सामने दर्शाना ही हमारा मकसद है. पीयूष गोयल ने बताया कि आज पूरी दुनिया भारत पर विश्वास करती है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कोविड के दौर में वर्क फ्रॉम होम लागू कराने वाला फॉर्मूला पीएम मोदी ने ही दिया था. उन्होंने बताया कि भारत की पहल के बाद ही दुनिया ने वर्क फ्रॉम होम लागू किया. उन्होंने बताया कि हम पहले देश थे जिसने लॉकडॉउन और वर्क फ्रॉम होम की जरूरत समझते हुए सबसे पहले एक्शन लिया. पीएम मोदी ने एक दिन लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की थी और लोगों ने माना. इसके बाद वर्क फ्रॉम होम लागू किया गया.

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