
दिल्ली में भारत की अध्यक्षता में हो रहे G20 समिट के पहले दिन तीन अहम उपलब्धियां मिलीं. नई दिल्ली घोषणा पत्र को सभी देशों से पास कराना, अफ्रीकी यूनियन को स्थायी सदस्यता मिलना और भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर (IMEEC) डील होना.
G20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर पर बेहद अहम समझौता हुआ. फिलहाल 8 देश इस इकोनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा हैं. इस डील को 10 साल में पूरा करने का टारगेट है. इसे चीन के दो प्रोजेक्ट का जवाब माना जा रहा है. बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) और चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर यानी CPEC.
प्रधानमंत्री मोदी ने IMEEC को लेकर कहा कि यह भविष्य में भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण का प्रभावी माध्यम होगा. यह पूरे विश्व में कनेक्टिविटी और विकास को सस्टेनेबल दिशा प्रदान करेगा. उन्होंने आगे कहा, "मजबूत कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर मानव सभ्यता के विकास का मूल आधार हैं."
पीएम मोदी ने कहा, फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ सोशल, डिजिटल तथा फाइनेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में अभूतपूर्व पैमाने पर निवेश हो रहा है. इससे हम एक विकसित भारत की मजबूत नींव रख रहे हैं. उन्होंने कहा, भारत कनेक्टिविटी को क्षेत्रीय सीमाओं में नहीं बांधता. सभी क्षेत्रों के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाना भारत की मुख्य प्राथमिकता है. हमारा मानना है कि कनेक्टिविटी विभिन्न देशों के बीच आपसी व्यापार ही नहीं, आपसी विश्वास बढ़ाने का स्रोत है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, सऊदी अरब के प्रिंस सलमान और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत कई राष्ट्राध्यक्षों ने इस प्रोजेक्ट की सराहना की है.
राष्ट्रपति बाइडेन ने क्या कहा?
बाइडेन ने कहा, अगले दशक में भागीदार देश निम्न-मध्यम आय वाले देशों में बुनियादी ढांचे की कमी को दूर करेंगे. इस डील को बड़ी बात बताते हुए यूएस राष्ट्रपति ने कहा कि यह गलियारा भारत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका से जुड़े कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास में सहयोग पर एक ऐतिहासिक और अपनी तरह की पहली पहल है.
कॉरिडोर के लिए धन्यवाद: प्रिंस सलमान
सउदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान ने कहा कि इस मीटिंग में जिस इकानॉमिक कॉरिडोर की पहल की घोषणा की गई है, इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इसके लिए काम किया है और यह बुनियादी कदम उठाया है. सभी का आभार.
यह एशिया, मिडिल ईस्ट और यूरोप के लिए अहम: मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है. उन्होंने कहा कि हम लंबी अवधि के लिए इनवेस्टमेंट करने के प्रतिबद्ध हैं. यह एशिया, मिडिल-ईस्ट और यूरोप के लिए बहुत अहम प्रोजेक्ट है. यह लोगों को आपस में जोड़ने का बड़ा अवसर है. हम अलग-अलग देशों में मैन्युफैक्चरिंग के अवसर उपलब्ध कराएंगे.
...ऐसे समय में आयोजन करना कठिन है: फर्नांडीज
इसके अलावा अर्जेंटीना के प्रेसिडेंट अल्बर्टो फर्नांडीज कहा कि भारत जी20 का मेजबान देश है और उसी की अध्यक्षता में शिखर सम्मेलन हो रहा है. यह सम्मेलन ऐसे में समय में हो रहा है जबकि यूक्रेन में संघर्ष चल रहा है और दुनिया की स्थिति भी साधारण नहीं है. ऐसे समय में जी20 कार्यक्रम का आयोजन करना बहुत कठिन है.
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने क्या कहा?
वहीं अफ्रीकी यूनियन को जी20 की सदस्यता मिलने पर साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने खुशी जताई है. उनके प्रवक्ता ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विकास है, जिसके लिए हम भारत सरकार और पीएम मोदी की सराहना करते हैं. पीएम ने एक समावेशी विषय के आसपास शिखर सम्मेलन को परिभाषित करने और ग्लोबल साउथ की आवाज बढ़ाने की कोशिश की है.