
दिल्ली में इंडिया टुडे के प्रोग्राम माइंड रॉक्स के मंच पर शनिवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पहुंचे. इस दौरान उन्होंने हर सवाल का बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी 2019 में सत्ता में वापस नहीं आएगी. यूपी, बिहार और झारखंड में बीजेपी को 100 लोकसभा सीटों का नुकसान होगा.
तेजस्वी ने कहा कि यूपी, बिहार और झारखंड से बीजेपी को 2014 में 115 लोकसभा सीटें मिली थी, लेकिन 2019 में 100 सीटों का नुकसान होगा. बीजेपी अकेले बहुमत में आना तो दूर की बात है वो सत्ता में भी वापसी नहीं कर पाएगी.
बता दें कि यूपी में 80, बिहार में 40 और झारखंड में लोकसभा की 14 सीट हैं. इस तरह से कुल 134 सीटें होती हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को इन तीनों राज्यों में 115 सीटें मिली थी.
यूपी में मिली थीं 73 सीटें
यूपी में बीजेपी को 80 लोकसभा सीटों में से 71 पर जीत मिली थी. कैराना, फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को हार मिली है. इस तरह से बीजेपी के पास मौजूदा समय में 68 लोकसभा सीटें हैं. जबकि दो सीटें उसके सहयोगी पार्टी अपना दल के पास हैं. इस तरह एनडीए के पास वर्तमान में कुल 70 सांसद ही बचे हैं.
2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी को मात देने के लिए सपा, बसपा, आरएलडी और कांग्रेस का गठजोड़ होने की ज्यादा संभावनाएं हैं. ऐसा होता है तो बीजेपी के लिए 2014 जैसे नतीजे दोहराना मुश्किल हो जाएगा. हालांकि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य से 74 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.
बिहार में राजनीतिक समीकरण को देखें तो कुल 40 लोकसभा सीटें है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी, एलजेपी और आरएलएसपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. इस तरह से एनडीए को 40 में से 31 सीटें मिली थीं. बीजेपी को 22, एलजेपी को 6 और आरएलसी को 3 सीटें मिली थीं.
मौजूदा समय में बिहार के राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं. नीतीश कुमार एक बार एनडीए में वापसी कर गए हैं. ऐसे में एनडीए के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक कोई फॉर्मूला तय नहीं हो पाया है. माना जा रहा है कि बीजेपी ने जितनी सीटें पिछली बार जीती थीं उससे कम पर 2019 में चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा आरजेडी का जनाधार वापस लौटा है. ऐसे में 2014 के नतीजों को दोहराना बीजेपी के लिए आसान नहीं है.
झारखंड में कुल 14 लोकसभा सीटे हैं. बीजेपी 14 में से 12 सीटें जीतने में सफल रही थी. जबकि दो सीटें अन्य को मिली थी. हालांकि उस समय कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा अलग-अलग चुनाव लड़े थे, लेकिन मौजूदा समय में दोनों दलों ने एक बार फिर आपस में हाथ मिला लिया है. इस तरह से बीजेपी के लिए 2014 जैसे नतीजे दोहराना काफी कठिन हो जाएगा.