
एजेंडा आजतक 2016 के दूसरे दिन की शुरुआत 'पढ़ाई का बदलेगा पैटर्न?' सेशन से हुई. इस सेशन में मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से पुण्य प्रसून बाजपेयी ने बातचीत की. पेश है बातचीत के मुख्य अंश...
1. शिक्षा पॉलिटिकल एजेंडा नहीं है, यह नेशनल एजेंडा है. शिक्षा पर हम राजनीति नहीं करते हैं.
2. सिर्फ विषय का ज्ञान शिक्षा नहीं है. शिक्षा के जुनून को जिंदा रखना ही असली शिक्षा होती है.
3. राइट टू एजुकेशन के बाद करीब 98 फीसदी बच्चे स्कूल पहुंच चुके हैं. अब एजुकेशन में क्वालिटी की जरूरत है.
4. प्राइमरी एजुकेशन में इनोवेशन यानी जिज्ञासा को बढ़ावा देना होगा. बच्चों के सृजनशील मन को दबाना नहीं चाहिए, उनकी जिज्ञासा को बढ़ावा देना चाहिए.
5. मोदी सरकार ब्रेन ड्रेन की समस्या पर गंभीरता से विचार कर रही है. हम 20 वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटीज बनाएंगे.
6. उच्च शिक्षा पर पौने दो लाख करोड़ रुपये पिछले साल खर्च किए और इसे आने वाले समय में बढ़ाया जाएगा.
7. डीम्ड यूनिवर्सिटीज या प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में से उच्च गुणवत्ता वाले संस्थानों को पूरी स्वायत्तता की दी जाएगी.
8. हर स्टूडेंट को आठवीं तक क्या आना चाहिए, यह टीचर की जिम्मेदारी होगी. ऐसा नियम लागू होगा.
9. हर 20 साल में शिक्षा नीति में सुधार जरूरी है. शिक्षा व्यवस्था को मिशन मोड में सुधारेंगे.
10. सबका साथ, सबका विकास, सबको अच्छी शिक्षा हमारी सरकार का लक्ष्य.
11. भाषा को लेकर कोई जबरदस्ती नहीं. सभी भाषाओं का आदर होना चाहिए.
12. कश्मीर में स्कूल जलाने वालों को क्या सजा होनी चाहिए, यह मीडिया में डिबेट का इश्यू होना चाहिए.
13. 50 साल के काला धन रूपी कैंसर को हटाना है तो 50 दिन थोड़ी तकलीफ होगी.
14. स्कूलों में प्रोजेक्ट वर्क दिए जाते हैं, जो बच्चे नहीं बल्कि पैरेंट्स करते हैं. इसे बदलना होगा.
15. डीयू में नियुक्तियां नहीं हो रहीं, यह मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है.