
बड़ा सा सिर. हाथों में तीन उंगलियां. शरीर बिल्कुल वैसा ही, जैसा फिल्मों में एलियन का दिखाया जाता है. जिसने भी देखा... देखकर हैरान हो गया. इसलिए क्योंकि जो दिखा रहा था, उसने दावा किया कि यही एलियन है. और ये सबकुछ हुआ मेक्सिको की संसद में. जिसने एलियन के शव दिखाए, उस व्यक्ति का नाम है- जैमी मॉसन.
जैमी मॉसन खुद को UFO एक्सपर्ट बताते हैं. पत्रकार भी रहे हैं. वहां के नामी-गिरामी मीडिया हाउसेस में काम कर चुके हैं. एलियन को लेकर अक्सर दावे करते रहे हैं.
गुरुवार को जैमी ने मेक्सिको की संसद में दो एलियन ममी रखे. उनका दावा है कि ये दूसरी दुनिया से आए हैं. दोनों एलियन ममी 2017 में पेरू के पास मिले थे. ये आकार में छोटे हैं. दोनों की हथेलियों पर तीन-तीन उंगलियां हैं. इनके शरीर और सिर चिपके हुए हैं.
जैमी ने दावा किया कि ये दोनों गैर-इंसानी जीव हैं. इनकी उत्पत्ति हमारी जैसी नहीं है. उन्होंने इन दोनों को एलियन साबित करने के लिए लिखित शपथ भी ली. उनका दावा तो ये भी है कि ये दोनों हजार साल पुराने हैं.
जैमी ने क्या-क्या दावे किए?
मेक्सिको की संसद में इन दो कथित एलियन की लाशें दिखाकर जैमी ने दावा किया कि ये एक हजार साल से भी ज्यादा पुरानी हैं. इन्हें 2017 में पेरू के कुस्को से बरामद किया गया था.
जैमी ने दावा किया कि ऑटोनोमस नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ मेक्सिको (UNAM) के वैज्ञानिकों ने इन शवों की स्टडी की, जहां उन्होंने डीएनए को अलग किया और इसकी सही उम्र का पता लगाने के लिए रेडियोकार्बन डेटिंग का इस्तेमाल किया.
उन्होंने कहा, लोगों को इसके बारे में पता होना चाहिए. हम एक ऐसे सब्जेक्ट पर बात कर रहे हैं, जो मानवता को जोड़ता है, अलग नहीं करता. जैमी ने ये भी कहा कि हम इस यूनिवर्स में अकेले नहीं हैं और हमें इस वास्तविकता को मानना चाहिए.
दावे पर क्यों उठ रहे सवाल?
मेक्सिको की संसद में जैमी के साथ-साथ अमेरिकी नौसेना के पूर्व पायलट लेफ्टिनेंट रयान ग्रेव्स और हार्वर्ड में एस्ट्रोफिजिक्स के प्रोफेसर एवी लोएब भी मौजूद थे.
जैमी के दावों पर सवाल उठने की दो वजहें हैं. पहली तो ये कि वो मेक्सिको की जिस यूनिवर्सिटी से कार्बन डेटिंग करवाने की बात कह रहे हैं, उसने इसे खारिज कर दिया है. यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि उनके वैज्ञानिकों ने दोनों एलियन ममी की जांच नहीं की.
वहीं, रयान ग्रेव्स का कहना है कि जैमी मॉसन की कहानी झूठी है. मैं इस आदमी के स्टंट से दुखी हूं. इतना ही नहीं, UNAM ने भी इस पर बयान जारी कर कहा कि लैब से सैम्पल की सिर्फ उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है, लेकिन उनकी उत्पत्ति के बारे में पता नहीं चल सकता.
वैज्ञानिक बोले- कोई सेंस नहीं है बातों का
कई वैज्ञानिकों ने जैमी के दावों पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि इसमें कोई सेंस नहीं है. मेक्सिको की ऑटोनोमस यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोनॉमी इंस्टीट्यूटर की रिसर्चर जुलिएटा फिएरो ने कहा कि जैमी की ये कथित खोज झूठी है. उन्होंने कहा कि इन ममी को गैर-इंसानी साबित करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी की जरूरत है.
उन्होंने भी तर्क दिया कि ये अजीब नहीं है कि जैमी ने पेरू के राजदूत को बुलाए बिना वहां से वो चीज निकाल ली, जबकि वो तो निश्चित रूप से देश का खजाना होगी.
पहले भी 'फर्जी' निकला था दावा!
मॉसन ने एलियन के शव का दावा पहली बार नहीं किया. साल 2017 में भी उन्होंने ऐसा ही दावा किया था. हालांकि, उस समय उन्होंने इस तरह से देश के सामने नहीं रखा था. इसमें भी कथित डेड बॉडी के हाथ और पैर में तीन-तीन उंगलियां ही थीं.
इसके बाद मेक्सिको के प्रॉसिक्यूटर ऑफिस ने इसकी जांच की थी. अल-जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रॉसिक्यूटर ऑफिस ने जांच में पाया था कि वो डेड बॉडी असल में हाल ही में बनाई गई एक डॉल है. जिन्हें पेपर और सिंथेटिक ग्लू की मदद से कवर किया था, ताकि ऊपरी हिस्सा स्किन की तरह दिखे.
जांच रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि मॉसन जिन्हें एलियन की डेड बॉडी बता रहे हैं, वैसा कुछ नहीं है. चूंकि उस समय इन डेड बॉडीज को ऐसे पब्लिक नहीं किया गया था, इसलिए ये अभी भी सवाल बना हुआ है कि मेक्सिको की संसद में दिखाई गईं डेड बॉडीज वहीं हैं या फिर दूसरी हैं.