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आतिशी, सुनीता केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज... दिल्ली के संभावित CM चेहरों में सबसे ज्यादा चर्चा में कौन

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं. कथित शराब घोटाले में उन्हें ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था. आम आदमी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि सीएम केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे. लेकिन जानकार इसे अव्यवहारिक मान रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर केजरीवाल इस्तीफा देते हैं तो उनकी जगह कौन मुख्यमंत्री बनेगा?

आतिशी, सुनीता केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज. (फाइल फोटो) आतिशी, सुनीता केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज. (फाइल फोटो)
शुभम तिवारी/आकाश शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 29 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 8:18 PM IST

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ईडी की रिमांड में हैं. केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेता भले ही जेल से चलाने की बात कर रहे हैं. लेकिन हाल ही में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने साफ कर दिया था कि जेल से सरकार नहीं चलेगी. 

फिलहाल, सीएम केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर रहेंगे. और अगर उनकी रिमांड आगे बढ़ती है तो हो सकता है कि केजरीवाल की जगह कोई और मुख्यमंत्री बने. पर कौन? अभी तीन नामों की चर्चा सबसे ज्यादा है और उनमें मुख्यमंत्री केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, सरकार में मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम शामिल है. 

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हालांकि, अभी कुछ भी साफ नहीं है और सिर्फ अटकलें ही चल रहीं हैं. ऐसे में इंडिया टुडे/आजतक ने सोशल मीडिया पोस्ट और ऑनलाइन सर्च डेटा का एनालिसिस कर लोगों का मूड समझने की कोशिश की.

कथित शराब घोटाले में सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी नेता दावा कर रहे हैं कि आम आदमी पार्टी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बना सकती है.

हालांकि, आम आदमी पार्टी दावा कर रही है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे. लेकिन जानकारों का मानना है कि इससे सरकारी कामकाज में गंभीर बाधा आ सकती है और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग भी उठ सकती है.

एनालिसिस से पता चलता है कि मंत्री आतिशी अपने साथियों से कहीं आगे हैं. दूसरे नंबर पर सीएम केजरीवाल की आईआरएस पत्नी सुनीता केजरीवाल हैं. वहीं, सौरभ भारद्वाज तीसरे नंबर पर हैं.

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हालांकि, सुनीता अब तक इससे बाहर थीं. लेकिन 21 मार्च को केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद सुनीता केजरीवाल की सर्चिंग भी बढ़ी. दो दिन बाद जब उन्होंने वीडियो जारी किया तो सोशल मीडिया पर उनकी पहुंच पीक पर आ गई.

केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले तक सुनीता की ऑनलाइन पहुंच एकदम न के बराबर थी. जबकि, आतिशी और सौरभ भारद्वाज अपनी राजनीतिक गतिविधियों और बयानों की वजह से चर्चा में बने रहते थे.

'सुनीता केजरीवाल', 'Sunita Kejriwal' और '#SunitaKejriwal' जैसे शब्दों पर 22 मार्च से 28 मार्च के बीच X पर लगभग 1.6 लाख पोस्ट हुईं. इनपर 13 लाख से ज्यादा एंगेजमेंट रहा.

एनालिसिस से पता चलता है जब-जब उन्होंने वीडियो जारी किए, तब-तब ऑनलाइन रूचि बढ़ी. सुनीता केजरीवाल ने 23 मार्, 27 मार्च और 29 मार्च को वीडियो जारी किए थे. ऑनलाइन यूजर्स ने उनकी शैक्षणिक योग्यता, नौकरी, उम्र और उनके परिवार के सदस्यों के बारे में सर्च किया. इसके अलावा उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो भी सर्च किए.

प्रेस कॉन्फ्रेंस का एक ही स्टाइल!

अपनी प्रेस ब्रीफिंग के दौरान सुनीता केजरीवाल भी ठीक उसी अंदाज में बैठी थीं, जैसे उनके पति बैठते थे. बैकग्राउंड में तिरंगा होने के साथ-साथ दीवार पर भीमराव आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर थी.

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प्रेस ब्रीफिंग करने का ये एकसा स्टाइल राजनीतिक हलकों में एक और चर्चा का विषय बन गई.

पहली दो प्रेस ब्रीफिंग के दौरान सुनीता केजरीवाल ने अपने पति अरविंद केजरीवाल के संदेश को ही पढ़ा. 23 मार्च को उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़ते हुए उन्होंने कहा, 'ऐसी कोई जेल नहीं है, जो मुझे लंबे समय तक सलाखों के पीछे रख सके. मैं जल्द ही बाहर आउंगा और अपने वादे पूरे करूंगा.'

29 मार्च को उन्होंने 'केजरीवाल को आशीर्वाद' नाम का कैंपेन शुरू किया. इसके लिए उन्होंने वॉट्सऐप नंबर शेयर किया और लोगों से इस पर मैसेज करने की अपील की. उन्होंने कहा कि उनके हर एक मैसेज अरविंद केजरीवाल पढ़ेंगे.

21 मार्च को हुए थे गिरफ्तार

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में केजरीवाल भी घिरे हुए हैं. इस कथित घोटाले में उनकी भूमिका की जांच को लेकर ईडी ने केजरीवाल को 9 समन जारी किए थे. ईडी ने सबसे पहला समन पिछले साल 2 नवंबर को भेजा था. लेकिन केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए. 

21 मार्च को केजरीवाल ने गिरफ्तारी से राहत के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी. हाईकोर्ट ने इसे भी खारिज कर दिया था. इसके बाद उसी दिन शाम 7 बजे ईडी की टीम 10वां समन लेकर केजरीवाल के आवास पर पहुंच गई थी. 

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ईडी की टीम ने केजरीवाल से दो घंटे तक पूछताछ की थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. केजरीवाल पहले मुख्यमंत्री हैं, जो पद पर रहते हुए गिरफ्तार हुए हैं. अगले ही दिन राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया था. अब केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में ही रहेंगे.

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