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हिंदू ही नहीं, इन धर्मों में भी है अवतार का कंसेप्ट, अमेरिका में शुरू हुआ अवतार बनाने का कोर्स

अमेरिका में अवतार बनाने की बाकायदा ट्रेनिंग होती है. कोर्स खत्म होने के बाद आपको अपना अवतार नंबर मिलेगा. एडवांस पढ़ाई करने वालों को इसका लाइसेंस भी मिलता है. कोर्स सिखाने वाले दावा करते हैं कि अवतार और कुछ नहीं, बल्कि अपनी अंदरुनी ताकत की पहचान है.

कल्कि को भगवान विष्णु का 10वां अवतार माना जाता है (Photo- Wiki) कल्कि को भगवान विष्णु का 10वां अवतार माना जाता है (Photo- Wiki)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 3:00 PM IST

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के संभल में श्री कल्कि धाम मंदिर की नींव रखी. इसके बाद से इस अवतार की चर्चा है. कल्कि भगवान विष्णु के आखिरी अवतार माने जाते हैं. मान्यता है कि इनके आने के बाद धरती से सारी बुराइयां मिट जाएंगी, साथ ही कलियुग भी खत्म हो जाएगा. कल्कि पुराण के मुताबिक, भगवान कल्कि का जन्म भी उत्तर प्रदेश के संभल जिले में ही होगा. यही वजह है कि यहां मंदिर बनवाया जा रहा है. 

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हिंदू मान्यता है कि समय-समय पर देवी-देवता किसी न किसी अवतार में दोबारा आते हैं. उनके धरती पर आने का खास मकसद होता है. वैसे अवतार का कंसेप्ट काफी विवादित है. कई समुदाय अपने धर्मगुरुओं को अवतार कहते हैं, जबकि प्रचलित मान्यता ये है कि अवतार के पास दैवीय ताकतें होती हैं. साथ ही जरूरी नहीं कि वो इंसानी रूप ही ले, वो पशु-रूप में भी हो सकता है. 

मिस्र में भी नरसिंह भगवान जैसा रूप

हिंदुओं में श्री विष्णु के 10 अवतार हैं, जिनमें मत्स्य, कछुआ और वराह भी हैं. साथ ही नरसिंह रूप भी है, जो सिंह और इंसान का मिलाजुला अवतार है. ये मिलाजुला रूप भारत तक ही सीमित नहीं, मिस्र में भी स्फिंक्स का जिक्र मिलता है. वहां की पौराणिक कथाओं में इसकी बात होती है. इस जीव का सिर इंसान का है, जबकि धड़ शेर की तरह. इसके पंख भी होते हैं. माना जाता है कि ये बेहद ताकतवर दैवीय शक्ति है, जो मिस्र की रक्षा करती है. 

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पीएम नरेंद्र मोदी ने कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया. 

अब्राहिम्स में क्या मान्यता है

क्रिश्चियन्स और यहूदियों में भी अवतार की बात होती रहती है. इसे वहां मसीहा कहा जाता है. लेकिन हिंदुओं से ये काफी अलग है. मसीहा केवल इंसान होते हैं. और कोई भी शख्स ये उपाधि पा सकता है अगर उसने इंसानियत को बचाने के लिए ऐसे काम किए हों जो किसी ने नहीं किया, या फिर उसके लिए अपनी जान की भी परवाह न की हो. कैथोलिक धर्म में ऊपरवाले के इंसानी शरीर धारण करने का कंसेप्ट काफी कम है. 

बौद्ध धर्म में मैत्रेय लेंगे जन्म

बौद्ध धर्म को मानने वालों का यकीन है कि आने वाले समय में एक अवतार का जन्म होगा, जिसे मैत्रेय कहा जाएगा. भगवान बुद्ध ने देहत्याग के समय ही इसका एलान कर दिया था. मान्यता है कि मैत्रेय फिलहाल तुषित नाम के एक स्वर्ग में हैं, और अवतार लेने का इंतजार कर रहे हैं. चीनी बौद्धों ने मैत्रेय को चीनी भाषा में 'मि लो फो" नाम से सम्बोधित किया. इस अवतार की मूर्तियां भी बन चुकी हैं, जिसमें वे बाएं हाथ में कलश और दाएं में एक फूल लिए हुए हैं. 

इस्लाम में भी जिक्र

इस्लाम में महदी की बात होती है, जिन्हें पैगंबर का वंशज कहा जाता है. कई जगहों पर ये माना जाता है कि उथल-पुथल के दौरान मदही धरती पर आएंगे और बुराइयों को खत्म कर देंगे. हालांकि ये काफी विवादित कंसेप्ट भी है. अफ्रीका, खासकर उसके उत्तरी हिस्से में कई लोग हैं, जिन्होंने खुद को महदी घोषित कर दिया और अपने अनुयायी बनाने लगे. 

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बौद्ध धर्म में मैत्रेय अवतार की बात होती है.

अवतारों पर होते रहे विवाद

शिर्डी के साईं बाबा के बारे में उनके मानने वाले कुछ समूहों का कहना है कि वे अवतार थे.

जे कृष्णमूर्ति के बारे में भी थियोसॉफिकल सोसायटी दावा करती है कि वो बुद्ध का अवतार थे.

बहाई मूवमेंट को शुरू करने वाले अब्दुल बहाई के बारे में कहा गया कि वे अवतार हैं. 

समय-समय पर कई नए धर्म बनाने वाले लोग खुद को किसी न किसी का अवतार घोषित करते रहे. 

अमेरिका में अवतार कोर्स 

हालात ये हैं कि अमेरिका में अवतार बनाने की ट्रेनिंग तक चल पड़ी. इसमें शामिल होने वालों को कोर्स खत्म होने पर एक नंबर मिलता है, जिसमें ये लिखा होता है कि वे किस नंबर के अवतार हैं. अवतार मास्टर भी होते हैं. ये बेहद कुशल ट्रेनर हैं, जो किसी को भी अवतार बनने की ट्रेनिंग दे सकते हैं, या अवतार बनाने का इंस्टीट्यूट भी शुरू कर सकते हैं. 

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