
नौकरी एक ऐसा मुद्दा है, जो शायद कभी खत्म नहीं होगा. इसमें भी सरकारी नौकरी. अब केंद्र सरकार की नौकरियों पर एक रिपोर्ट आई है. इस रिपोर्ट से पता चलता है कि 2023-24 में केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए ढाई करोड़ से ज्यादा आवेदन आए थे. इनमें से डेढ़ लाख लोगों को भी नौकरी नहीं मिली.
कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की सालाना रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023-24 में केंद्र सरकार की नौकरियों में भर्ती के लिए होने वाले एग्जाम में 2.57 करोड़ से ज्यादा उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. इन उम्मीदवारों में से 1.41 लाख की भर्ती की गई थी. ये भर्तियां ग्रुप-बी और सी में हुई थीं.
सबसे ज्यादा 46,554 भर्तियां CAPF में कॉन्स्टेबल, असम राइफल में राइफलमैन और एनसीबी में सिपाही पद पर हुई थीं.
आंकड़ों से पता चलता है कि 2023-24 में 2022-23 की तुलना में लगभग दोगुना भर्तियां हुई हैं. 2022-23 में 73,721 भर्तियां हुई थीं. इससे पहले 2021-22 में 29,173 भर्तियां ही हुई थीं.
और कितनी भर्तियां हुईं?
केंद्र सरकार के पदों पर भर्तियां करने वाली दो बड़ी एजेंसियां- स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (एसएससी) और यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) हैं.
एसएससी की सालाना रिपोर्ट बताती है कि 2022-23 में कमीशन ने देशभर में 32 परीक्षाएं करवाई थीं, लेकिन तब तक 14 परीक्षाओं का ही फाइनल रिजल्ट आया था. इन परीक्षाओं में 1.32 करोड़ से ज्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे. इन परीक्षाओं के जरिए केंद्र सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों और विभागों के 1,276 पदों पर 72,445 उम्मीदवारों को भर्ती किया गया था. इन उम्मीदवारों में 44,400 से ज्यादा एससी, एसटी और ओबीसी से थे.
इसी तरह से यूपीएससी ने 2022-23 में 15 एग्जाम करवाए थे. इनके लिए साढ़े 33 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन दिया था. इन परीक्षाओं में चुने गए लगभग 28 हजार उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया गया था. इंटरव्यू के बाद 4,195 उम्मीदवारों को भर्ती किया गया था. इनमें से 2,721 उम्मीदवारों को सिविल सर्विस और 1,474 को डिफेंस सर्विस के लिए भर्ती किया गया गया था.
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यूपीए बनाम एनडीए: भर्तियों में कौन आगे?
पिछले साल जून में केंद्र सरकार ने भर्तियों की जानकारी संसद में दी थी. इसमें बताया गया था कि मोदी सरकार में 2014 से 2023 के बीच 8,82,189 भर्तियां की गई हैं. ये भर्तियां एसएसी, यूपीएससी और आरआरबी के जरिए हुई थीं. जबकि, 2004 से 2014 के बीच यूपीए सरकार में 6,02,045 भर्तियां हुई थीं.
मोदी सरकार में यूपीएससी के जरिए 50,906 भर्तियां हुई थीं. जबकि, एसएससी के जरिए 4,00,691 उम्मीदवारों को भर्ती किया गया था. वहीं, आरआरबी के जरिए 4,30,592 पदों पर भर्तियां हुई थीं.
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4 साल में 8 करोड़ नौकरियां!
हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की रिपोर्ट बताती है कि देश में 2022-23 की तुलना में 2023-24 में ढाई गुना ज्यादा नौकरियां बढ़ीं हैं.
आरबीआई के आंकड़े बताते हैं मार्च 2024 तक देश में 64.33 करोड़ लोगों के पास नौकरियां थीं. इससे पहले मार्च 2023 तक नौकरी करने वालों की संख्या 60 करोड़ से भी कम थी. वहीं, 10 साल पहले 2014-15 में लगभग 47 करोड़ लोग ऐसे थे, जिनके पास नौकरी थी.
अगर आरबीआई के आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि चार साल में आठ करोड़ नौकरियां बढ़ी हैं.