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वो 4 आरोपी, जिनके बयान पर हुई केजरीवाल की गिरफ्तारी! खुद दिल्ली CM ने कोर्ट में बताया

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में ही रहेंगे. राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनकी रिमांच चार दिन और बढ़ा दी है. हालांकि, सुनवाई के दौरान सीएम केजरीवाल ने खुद दलीलें रखीं. इस दौरान उन्होंने चार आरोपियों के बयानों का जिक्र भी किया.

सीएम केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर रहेंगे. सीएम केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर रहेंगे.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 12:20 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और चार दिन तक ईडी की हिरासत में ही रहेंगे. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीएम केजरीवाल की रिमांड 1 अप्रैल तक बढ़ा दी है. हालांकि, ईडी ने सात दिन की रिमांड मांगी थी.

मुख्यमंत्री केजरीवाल को ईडी ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. अगले दिन कोर्ट ने उन्हें 28 मार्च तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया था.

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इससे पहले सीएम केजरीवाल ने खुद अपनी दलीलें रखीं. केजरीवाल ने कहा, 'ये केस दो साल पहले से चल रहा है. अगस्त 2022 में सीबीआई ने केस फाइल किया था. फिर ईडी ने केस दर्ज किया. मुझे गिरफ्तार किया है. न मुझे किसी कोर्ट ने दोषी ठहराया है और न ही आरोप तय हुए हैं.'

केजरीवाल ने इस दौरान मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों के बयान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'मैं केवल ये जानना चाहता हूं, क्या ये चार बयान एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं?'

पर ये चार आरोपी कौन हैं, जिनके बयानों का जिक्र केजरीवाल ने किया. केजरीवाल ने ये भी दावा किया कि जब तक इन्होंने मेरा नाम नहीं लिया, तब तक इनसे बयान लिए जाते रहे.

कौन हैं वो 4 आरोपी?

1. सी. अरविंद

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- कौन हैंः दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पीए रहे हैं. ईडी ने दावा किया था कि पूछताछ में सी. अरविंद ने बताया था कि सीएम केजरीवाल के आवास पर एक बैठक हुई थी, जिसमें मनीष सिसोदिया ने उन्हें शराब नीति का ड्राफ्ट सौंपा था.

- केजरीवाल का दावाः मेरे घर पर ढेरों मंत्री आते हैं. वो आपस में खुसुर-पुसुर करते हैं, डॉक्यूमेंट्स देते हैं. क्या ये बयान एक सीएम को अरेस्ट करने के लिए काफी है?

यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति शासन लगेगा या CM पद से हटेंगे केजरीवाल? दिल्ली LG के बयान पर नई बहस शुरू

2. मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी

- कौन हैंः आंध्र प्रदेश की ओंगोले लोकसभा सीट से वाईएसआर कांग्रेस के सांसद हैं. ईडी को उन्होंने बताया था कि अखबार में नई शराब नीति का विज्ञापन देखने के बाद 16 मार्च 2021 को उन्होंने सीएम केजरीवाल से मुलाकात की थी. श्रीनिवासुलु रेड्डी बाद में सरकारी गवाह बन गए.

- केजरीवाल का दावाः बयान पर बयान दर्ज हो रहे थे जब तक वो मेरे खिलाफ बयान नहीं दे रहे थे. इसका मतलब ईडी का मकसद मुझे फंसाना था.

राघव मगुंटा और श्रीनिवासुलु रेड्डी. (फाइल फोटो)

3. राघव मगुंटा

- कौन हैंः एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे हैं. राघव मगुंटा भी सरकारी गवाह बन गए. ईडी की रिमांड कॉपी के मुताबिक, राघव ने दावा किया था कि केजरीवाल ने उनके पिता को दिल्ली बुलाया था और पंजाब और गोवा में होने वाले चुनाव के लिए कथित तौर पर फंडिंग मांगी थी. उन्होंने चुनाव के लिए 100 करोड़ रुपये का फंड मांगा था.

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- केजरीवाल का दावाः उनके पांच बयान दर्ज होते हैं. वो वही बोलते हैं जो उन्होंने बोला. जब उनके पिताजी बयान बदलते हैं, उसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है. ये जो छह बयान हैं, जिसमें वो मेरे बारे में नहीं बोलते हैं, उसे रिकॉर्ड पर नहीं लिया जाता है.

4. सरत रेड्डी

- कौन हैंः अरबिंदो फार्मा के फाउंडर पीवी रामप्रसाद रेड्डी के बेटे हैं. हैदराबाद के कारोबारी सरत रेड्डी भी पिछले साल सरकारी गवाह बन गए थे. सरत रेड्डी भी उसी 'साउथ ग्रुप' का हिस्सा हैं, जिन्होंने कथित तौर पर आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी.

- केजरीवाल का दावाः सरत रेड्डी ने 55 करोड़ का डोनेशन बीजेपी को दिया. मेरे पास सबूत हैं कि ये रैकेट चल रहा है. उसने गिरफ्तार होने के बाद 50 करोड़ का चंदा बीजेपी को दिया.

यह भी पढ़ें: मुख्य सचिव की रिपोर्ट, CBI-ED का केस... दिल्ली के शराब घोटाले की ABCD, जिसमें फंस गए सिसोदिया से केजरीवाल तक

केजरीवाल ने और क्या कहा?

कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा, 'मैं केवल ये जानना चाहता हूं. क्या ये चार बयान एक मौजूदा सीएम को अरेस्ट करने के लिए काफी है? एक लाख पेज जो ईडी के दफ्तर में हैं हमारे फेवर में, उन्हें रिकॉर्ड पर नहीं लाया जाता है.'

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केजरीवाल ने आगे कहा, 'ये जो 100 करोड़ बोल रहे हैं, वो तो असल में कहीं नहीं हैं. ये असली शराब घोटाला शुरू होता है ईडी की जांच के बाद.'

उन्होंने कहा कि ईडी का मकसद आम आदमी पार्टी को कुचलना है. केजरीवाल ने कहा कि जितने दिन तक ईडी हमें रिमांड पर रखना चाहे, हमें मंजूर है.

केजरीवाल कैसे फंसे इस सबमें?

दिल्ली के इस कथित शराब घोटाले की जांच सीबीआई और ईडी, दोनों कर रही है. हालांकि, दोनों ही एजेंसियों की एफआईआर में केजरीवाल का नाम नहीं है. लेकिन चार्जशीट में उनका नाम है. आरोपियों की रिमांड कॉपी में भी केजरीवाल का नाम लिया गया है.

आरोप है कि जब दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी तैयार की जा रही थी, तब कई आरोपी केजरीवाल के संपर्क में थे. कई आरोपियों ने कथित रूप से केजरीवाल के खिलाफ गवाही दी है. 

ईडी का कहना है कि वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मंगुटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और केजरीवाल के बीच कई बैठकें हुई थीं. सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के शराब कारोबार में रेड्डी की एंट्री का स्वागत किया था. पूछताछ में बुचीबाबू और आरोपी अरुण पिल्लई ने खुलासा किया है कि वो एक्साइज पॉलिसी को लेकर केजरीवाल और सिसोदिया के साथ मिलकर काम कर रहे थे. 

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साथ ही आरोपी विजय नायर ने वीडियो कॉल के जरिए केजरीवाल और गिरफ्तार आरोपी समीर महेंद्रू में बात भी करवाई थी. इस दौरान केजरीवाल ने समीर से कहा था कि विजय उनका आदमी है और उन्हें उसपर भरोसा करना चाहिए.

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21 मार्च को हुए थे गिरफ्तार

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में केजरीवाल भी घिरे हुए हैं. इस कथित घोटाले में उनकी भूमिका की जांच को लेकर ईडी ने केजरीवाल को 9 समन जारी किए थे. ईडी ने सबसे पहला समन पिछले साल 2 नवंबर को भेजा था. लेकिन केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए. 

21 मार्च को केजरीवाल ने गिरफ्तारी से राहत के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी. हाईकोर्ट ने इसे भी खारिज कर दिया था. इसके बाद उसी दिन शाम 7 बजे ईडी की टीम 10वां समन लेकर केजरीवाल के आवास पर पहुंच गई थी. 

ईडी की टीम ने केजरीवाल से दो घंटे तक पूछताछ की थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. केजरीवाल पहले मुख्यमंत्री हैं, जो पद पर रहते हुए गिरफ्तार हुए हैं. अगले ही दिन राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया था. अब केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में ही रहेंगे.

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