
इजरायल और हमास की जंग को दो हफ्ते होने वाले हैं. इन दो हफ्तों में दोनों ओर जमकर तबाही मची है. इतनी तबाही के बावजूद हमास के लड़ाके इजरायली बंधकों को छोड़ने को तैयार नहीं हैं.
सात अक्टूबर को जब हमास ने पांच हजार रॉकेट दागे तो कुछ ही देर में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान कर दिया. जंग का ऐलान इसलिए भी करना पड़ा, क्योंकि हमास के इस हमले को इजरायल के 50 साल के इतिहास का सबसे घातक हमला बताया जा रहा है.
हमास को इजरायल फिलिस्तीन का आतंकी संगठन मानता है. सात अक्टूबर को जब हमास ने हमला किया तो उसके लड़ाके इजरायली सीमा में भी दाखिल हो गए थे. हमास ने इजरायल के लगभग 200 नागरिकों को बंधक बना लिया था.
इजरायली न्यूज चैनल Kan ने गुरुवार को बताया कि हमास ने करीब 200 नागरिकों को बंधक बना रखा है, जिनमें 30 नाबालिग हैं और 20 की उम्र 60 साल से ज्यादा है.
वहीं, हमास का कहना है कि 200 से 250 बंधक हैं. उसने दावा किया है कि 20 से ज्यादा बंधक इजरायल के हवाई हमलों में मारे गए हैं.
कहां हैं ये बंधक?
इजरायल का कहना है कि हमास के लड़ाके नागरिकों को बंधक बनाकर गाजा पट्टी ले गए हैं. हालांकि, इन्हें कहां रखा गया है कि इसकी सटीक लोकेशन नहीं मिली है. इसी कारण इनका रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है.
ऐसा माना जा रहा है कि कई सारे बंधकों को हमास ने गाजा पट्टी की सुरंगों में रखा है. इन सुरंगों को इजरायली सेना 'गाजा मेट्रो' कहती है.
सोमवार को हमास ने बंधक बनाई गईं 21 साल की फ्रांसिसी-इजरायली नागरिक मिया शेम का वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में मिया के हाथ में चोट लगी दिख रही थी और मेडिकल वर्कर उनका इलाज कर रहा था. मिया को हमास ने डांस पार्टी से बंधक बनाया था.
सिर्फ इजरायली ही नहीं हैं बंधक
हमास ने जिन लोगों को बंधक बनाया है, वो सिर्फ इजरायल के नागरिक ही नहीं हैं. इनमें कई सारे देशों के नागरिक भी शामिल हैं.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन का कहना था कि 20 से ज्यादा अमेरिकी लापता हैं. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा था कि ये नहीं पता कि इनमें से कितनों को बंधक बनाया गया है. वहीं, रिपब्लिकन सीनेटर जिम रिश ने मंगलवार को बताया था कि 10 अमेरिकियों को बंधक बनाया गया है.
थाईलैंड ने अपने 17 और जर्मनी ने आठ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की बात कही है. अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडिज ने परिवारों से वीडियो कॉल पर बात करते हुए कहा था कि 16 नागरिकों बंधक बनाए गए हैं.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के प्रवक्ता ने बताया है कि इजरायल-हमास की जंग में कम से कम नौ ब्रिटिश नागरिक मारे गए हैं, जबकि सात अब भी लापता हैं. गुरुवार को इजरायल दौरे पर पहुंचे सुनक ने दो लापता नागरिकों के परिजनों से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि इन्हें हमास ने बंधक बना लिया है.
फ्रांस ने ये नहीं बताया है कि उसके कितने नागरिकों को बंधक बनाया गया है, लेकिन जंग शुरू होने के बाद से सात फ्रांसिसी लापता हैं.
नीदरलैंड्स की सरकार के मुताबिक, 18 साल के ओफिर एंगेल को हमास ने किबुत्ज बेरी से किडनैप किया और उसे गाजा ले गए.
पुर्तगाल का मानना है कि जो चार पुर्तगाली-इजरायली नागरिक गायब हैं, उन्हें हमास ने बंधक बना लिया है. इजरायली-चिली डाफना गार्कोविच को उनके स्पेनिश पति इवान इलारामेंडी के साथ बंधक बना लिया गया है. इटली का भी कहना है कि उसके दो नागरिक लापता हैं.
हमास की मिलिट्री विंग ने 16 अक्टूबर को बताया कि जिन गैर-इजरायली नागरिकों को बंधक बनाया गया है, वो हमारे 'मेहमान' हैं और हालात ठीक होते ही उन्हें छोड़ दिया जाएगा.
बंधकों को छुड़ाने के लिए क्या कर रहीं सरकारें?
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों पर इजरायल के को-ऑर्डिनेटर के रूप में रिटायर्ड जनरल गाल हीर्श को नियुक्त किया है.
कतर भी बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास और इजरायल के बीच मीडिएटर का काम कर रहा है. न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इजरायली बच्चों-महिलाओं की रिहाई के बदले इजरायल की जेल में बंद 36 फिलिस्तीनी महिलाओं-बच्चों की रिहाई पर बात चल रही है. हालांकि, अब तक बात नहीं बनी है.
तुर्की के विदेश मंत्री हकान फिदान ने मंगलवार को बताया कि विदेशियों, नागरिकों और बच्चों की रिहाई के लिए उनका देश भी हमास से बात कर रहा है. उन्होंने बताया कि अमेरिका और जर्मनी जैसे देशों ने अपने नागरिकों की रिहाई के लिए तुर्की से मदद मांगी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि उनकी सरकार बंधक बनाए गए अमेरिकियों को छुड़ाने के लिए लगातार काम कर रही है. इसके अलावा रेस्क्यू ऑपरेशन और इंटेलिजेंस में मदद करने के लिए अमेरिका ने एक टीम इजरायल भी भेजी है.
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने बताया कि उनकी सरकार भी बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए बातचीत कर रही है. अर्जेंटीना भी बंधकों की लोकेशन का पता लगाने के लिए इजरायल की खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर काम कर रही है.
जर्मनी ने भी हमास के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. जर्मन कानून के तहत, जर्मनी विदेश में संदिग्ध अपराधों की जांच करने के लिए बाध्य है, अगर उसमें जर्मन नागरिक शामिल हैं.
बंधकों के परिवार का क्या है कहना?
लापता फ्रांसिसी-इजरायली नागरिक के परिवार ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से उनके लापता रिश्तेदारों का पता लगाने में मदद करने की अपील की है.
तेल अवीव में जर्मनी के चांसल ओलाफ शोल्ज से मुलाकात के बाद जर्मन बंधकों के परिवारों ने कहा कि वो अपने रिश्तेदारों की रिहाई के लिए रविवार को बर्लिन में एक रैली निकालेंगे. अमेरिकी नागरिकों ने भी राष्ट्रपति बाइडेन से अपने परिजनों के रेस्क्यू के लिए सभी जरूरी संसाधन इस्तेमाल करने की मांग की है.