
सात अक्टूबर से शुरू हुई इजरायल और हमास की जंग अब और खतरनाक होती जा रही है. इस बीच 17 अक्टूबर को गाजा पट्टी के एक अस्पताल पर हमला हुआ. दावा किया जा रहा है कि इस हमले में कम से कम 500 लोग मारे गए हैं.
ये हमला सेंट्रल गाजा के अल-अहली अल-अरबी अस्पताल पर हुआ था. हमले के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं तस्वीरें और वीडियो ने इसकी भयावहता तो दिखा ही दी थी. लेकिन अब सैटेलाइट तस्वीरों से इसकी भयावहता और भी साफ हो जाती है.
हमास ने इजरायल पर हमले का आरोप लगाया है. वहीं, इजरायली सेना का कहना है कि ये हमला मिसफायर का नतीजा है. आईडीएफ का कहना है कि फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद ने इजरायल पर रॉकेट छोड़ा था, लेकिन वो मिसफायर होकर अस्पताल पर जा गिरा. इस्लामिक जिहाद ने इस बात को खारिज किया है.
बुधवार को इजरायल दौरे पर पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा, 'जो मैंने देखा है, उससे लगता है कि इस हमले में किसी और का हाथ है. आपका नहीं.'
बहरहाल, सोशल मीडिया पर चली रहीं तस्वीरें और वीडियो में तो हमले की भयावहता दिख ही रही है. लेकिन मैक्सार टेक्नोलॉजी से मिली हमले के बाद की सैटेलाइट तस्वीरें इस भयावहता को और भी ज्यादा बयां करती है.
एक्सपर्ट के मुताबिक, अस्पताल परिसर में जिस जगह विस्फोट हुआ, वहां एक गड्ढा हो गया है. उसके आसपास टूटी हुई खिड़कियां, जली हुई गाड़ियां और क्षतिग्रस्त छतें दिख रहीं हैं.
इजरायली हमलों के इतिहास को देखते हुए ये बात असंभव सी लगती है कि ऐसा गड्ढा इजरायली मिसाइल से हुआ होगा. इजरायल के पास हवा से जमीन पर सटीक मार करने वालीं मिसाइलें हैं, जो उसे अमेरिका से मिली हैं.
मैक्सार टेक्नोलॉजी से मिली सैटेलाइट तस्वीरों में दिख रहा है कि हमले के बाद जिस तरह से इमारतें खड़ी हुई हैं, जिससे पता चलता है कि ये टारगेटेड अटैक नहीं हो सकता.
सैटेलाइट तस्वीरों में दिख रहा है कि हमले के बाद कैसे पार्किंग लॉट में खड़ी गाड़ियां जल गई हैं या पलट गई हैं या फिर क्षतिग्रस्त हो गईं हैं. पार्किंग लॉट के कुछ हिस्से भी जल गए हैं और फेंसिंग भी टूट गई है.
हॉस्पिटल की मेन बिल्डिंग को भी गंभीर नुकसान नहीं हुआ है. जबकि, मेन बिल्डिंग के पास की दो इमारतों की छतों को कुछ नुकसान पहुंचा है.
हमले से पहले और बाद की तस्वीरों की तुलना करने पर हवा में धुंए का गुबार नजर आता है. पार्किंग लॉट के आसपास की जगहों में खासा नुकसान हुआ है. ये हमला ऐसे समय हुआ जब इजरायली सेना के हमलों से बचने के लिए नागरिकों ने इस अस्पताल में शरण ले रखी थी.
अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन का कहना है, 'अमेरिकी सरकार का मानना है कि गाजा पट्टी के अल-अहली अस्पताल में हुए विस्फोट में सैकड़ों नागरिकों की मौत के लिए इजरायल जिम्मेदार नहीं है.'
उन्होंने बताया कि हमारा आकलन इंटेलिजेंस, मिसाइल एक्टिविटी और ओपन-सोर्स वीडियो-तस्वीरों पर आधारित है.