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संसद का शीतकालीन सत्र खत्म, 18 दिन की बैठक में बीजेपी, सरकार और विपक्ष किसके हिस्से में क्या आया?

संसद का शीतकालीन सत्र अब समाप्त हो गया है. 18 दिन चले इस सत्र के दौरान 14 बैठकें हुईं. मोदी सरकार 2.0 के इस अंतिम शीतकालीन सत्र से बीजेपी, सरकार और विपक्ष में से किसके हिस्से क्या आया?

संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त
संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 7:23 PM IST

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वर्तमान लोकसभा के अंतिम शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच राज्यों के चुनाव परिणाम का जिक्र करते हुए कहा था, "राजनीतिक गर्मी बड़ी तेजी से बढ़ रही है. कल चार राज्यों के चुनाव नतीजे आए. नतीजे बहुत उत्साहजनक हैं- उन लोगों के लिए उत्साहजनक हैं जो आम लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं." पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के अगले ही दिन 4 दिसंबर को शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर तक चलना था लेकिन निर्धारित तारीख से एक दिन पहले 21 दिसंबर को ही ये समाप्त हो चुका है.

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हंगामेदार रहे 18 दिन के इस सत्र के दौरान लोकसभा की 14 बैठकें हुईं. लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने से पहले स्पीकर ओम बिरला ने ये जानकारी दी कि सदन की कार्यावाही 61 घंटे 50 मिनट चली और प्रोडक्टिविटी भी 74 फीसदी रही. राज्यसभा की कार्यवाही करीब 65 घंटे चली और इस दौरान उच्च सदन की वर्क प्रोडक्टिविटी करीब 79 फीसदी रही. महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द किए जाने से लेकर बड़ी तादाद में सांसदों के निलंबन तक, हंगामेदार रहे इस सत्र से केंद्र की सत्ताधारी एनडीए सरकार की अगुवाई कर रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), सरकार और विपक्ष में से किसके हिस्से में क्या आया? 

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बीजेपी को क्या मिला

- कैश फॉर क्वेरी केस में महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द हुई. इससे बीजेपी को विपक्ष, खासकर तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में उसकी मजबूत पिच पर घेरना का मजबूत आधार मिल गया है.
- अमर्यादित आचरण के लिए शीतकालीन सत्र के दौरान बड़ी संख्या में विपक्ष के सांसद निलंबित हुए. बीजेपी को अमर्यादित आचरण के मुद्दे पर विपक्ष को घेरने का मौका मिल गया है.
- सांसदों के निलंबन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन के दौरान हुए मिमिक्री कांड से बीजेपी को एक नया मुद्दा मिल गया है. टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की. राहुल गांधी इसका वीडियो बना रहे थे. बीजेपी ने इसे संवैधानिक पद, जाट और किसान के अपमान से जोड़ दिया है.
- बड़ी संख्या में विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर बीजेपी की रणनीति अब मजबूत सरकार का नैरेटिव सेट करने की होगी.
-हंगामेदार सत्र में भी दोनों ही सदनों में 74 फीसदी से अधिक प्रोडक्टिविटी भी बीजेपी के लिए उपलब्धि की तरह है.

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सरकार को क्या मिला

-संसद के शीतकालीन सत्र में संसद से 18 सरकारी विधेयक पारित हुए.
-भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य बिल, मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) और चुनाव आयुक्तों (ECs) की नियुक्ति, सेवा शर्तों को विनियमित करने वाले बिल के साथ ही टेलीकम्युनिकेशन बिल 2023 का पारित होना
-दोनों सदनों में कुल मिलाकर करीब 137 घंटे कार्यवाही चली
-लोकसभा की वर्क प्रोडक्टिविटी 74 और राज्यसभा की 79 फीसदी प्रोडक्टिविटी

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विपक्ष को क्या मिला

-संसद की सुरक्षा में सेंध को लेकर विपक्ष आक्रामक रहा. विपक्षी सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर हंगामा करते रहे.
-विपक्षी पार्टियों को संसद की सुरक्षा में सेंध से सरकार को घेरने का मौका मिल गया है.
-दोनों सदनों से कुल 146 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. इसे लेकर भी विपक्ष आक्रामक है और बीजेपी के साथ ही सरकार को लगातार घेर रहा है.
-बिना विपक्ष के संसद से बगैर चर्चा बिल पारित कराए जाने को लेकर भी विपक्ष सरकार पर हमलावर है.

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